चितलवाना की महिला सरपंच का अल्टीमेटम, 7 दिनों में नर्मदा नहर की वितरिकाएं साफ नहीं हुईं तो होगा विशाल धरना

नर्मदा नहर की वितरिकाएं व माइनरों की साफ-सफाई की मांग को लेकर चितलवाना सरपंच प्रेमा देवी बिश्नोई ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. 

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उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपते ग्रामीण.

Rajasthan News: राजस्थान में एक तरफ विधानसभा चुनाव की तैयारियां जारी हैं. वहीं दूसरी ओर महिला सरपंचों ने राज्य सरकार को धरने पर जाने का अल्टीमेटम दे दिया है. मामला जालौर जिले में आने वाले चितलवाना ग्राम पंचायत का है. यहां नर्मदा नहर की वितरिकाएं व माइनरों की साफ-सफाई की मांग को लेकर चितलवाना सरपंच प्रेमा देवी बिश्नोई ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. 

इस ज्ञापन में बताया गया है कि ग्राम पंचायत चितलवाना के अंतर्गत आने वाली समस्त नहरें, वितरिकाएं व माइनर कचरे से भरी पड़ी हैं. कई नहरें जगह-जगह से टूटी हुई हैं. काफी समय से इनकी साफ-सफाई व मरम्मत नहीं हुई है. इस कारण से किसानों में भारी रोष है. कुछ दिन बाद रबी का सीजन भी चालू होने वाला है. इससे पहले सात दिन के अंदर नहरों की साफ-सफाई अति आवश्यक है. अगर समय रहते सात दिन के अंदर नहरों की साफ-सफाई व मरम्मत नहीं हुई तो समस्त किसानों के साथ चितलवाना सरपंच प्रेमा देवी बिश्नोई उपखण्ड मुख्यालय पर धरने पर बैठेंगी.

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गौरतलब है कि अभी रबी की सीजन शुरू हो चुकी है. किसानों ने खेत बुवाई के लिए तैयार कर दिए है, लेकिन नर्मदा विभाग की और से अभी तक न तो वितरिकाओं व माइनरों की साफ सफाई करवाई है और न ही टूटी हुई नहरों की मरम्मत. किसानों की मांग है कि जल्द नहरों की साफ सफाई कर टूटी हुई नहरों की मरम्मत करवाई जाकर तुरंत सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाए ताकि समय पर किसान फसलों की बुवाई कर सके. आपको बता दें कि राजस्थान में इस वक्त आचार संहिता लगी हुई है. प्रदेश में 25 नवंबर को विधानसभा के चुनाव होने हैं, जिनका रिजल्ट 3 दिसंबर को जारी कर दिया जाएगा.

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