बगैर लाइसेंस के सैकड़ो होटलस-रिसोर्ट्स में क्रिसमस पर परोसी गई शराब, आबकारी विभाग भी पड़ा सुस्त

आगामी न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए अब तक केवल 4 ही आवेदन हुए हैं. आबकारी विभाग की सुस्ती के चलते खुलेआम इन पार्टियों में अवैध शराब परोसी जाती है. हर साल यही हाल रहता हैं. लेकिन अब तक हुई कार्रवाई के नाम पर कुछ भी ठोस परिणाम हांसिल नहीं हुआ है.

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बिना लाइसेंस जैसलमेर में खूब परोसी गई शराब
JAISALMER :

Jaisalmer News: स्वर्णनगरी में न्यू ईयर सेलिब्रेशन विदेशों की तरह होता है. हाल ही में 25 दिसंबर को क्रिसमस के मौके पर हर होटल, रेस्टोरेंट व रिसोर्ट में भव्य पार्टियों का आयोजन किया गया. जिले में इतने लाइसेंसधारी शराब दुकान नहीं हैं जिससे इन पार्टियों में शराब की पूर्ति हो सकती है. लेकिन इसके बावजूद क्रिसमस पर जमकर होटल और रिसोर्ट्स में शराब परोसी गई हैं.  बता दें पार्टियों के लिए (अस्थाई लाइसेंस) वालों की तादाद नहीं के बराबर है. वहीं आबकारी विभाग की उदासीनता के चलते न तो धरपकड़ होती है न ही कोई कार्रवाई होती है.

जैसलमेर में कम होटलों के पास है स्थाई लाईसेंस 

अब जिले में इन पार्टियों में शराब परोसने वालों के हौसले बुलंद है. इस साल क्रिसमस के मौक़े पर जैसलमेर में सैकड़ो होटलस व रिसोर्ट्स में शराब बिना अस्थाई लाइसेंस के परोसी गई. जैसलमेर में केवल 8 होटल व 5 बार वालों के पास ही सालभर का स्थाई लाईसेंस है. मगर लाइसेंस के बिना जैसलमेर में लाखों लोगो को शराब परोसा जाना आबकारी विभाग की लापरवाही को दर्शाता है.

क्रिसमस ईव की धूम में लाखों लोगो को होटलस व रिसोर्ट में शराब परोसी गई.

500 से अधिक होटलों में होती है पार्टी

स्वर्णनगरी में हजारों की संख्या में सैलानी न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए पहुंचते हैं. पर्यटन सीजन के पीक पर होने के चलते पर्यटन व्यवसायी इनके लिए विभिन्न तरह के इंतजाम करते हैं. जिसके चलते शहर में 500 से अधिक होटलों में पार्टी आयोजित होती है.

इसके अलावा 100 से अधिक रेस्टोरेंट व 250 के करीब रिसोर्ट और कैम्पस में भी सेलिब्रेशन की धूम रहती है. हाल ही में 24 दिसंबर को क्रिसमस ईव की धूम थी और लाखों लोगो को इन होटलस व रिसोर्ट में शराब परोसी गई.

एक दशक से कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई

कार्रवाई नहीं होने के चलते आयोजकों के हौसले बुलंद है. क्रिसमस व न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए हर साल यहीं परिपाटी बन गई है. जिसमें कुछ होटल व रिसोर्ट संचालकों द्वारा एक दिन का अस्थाई लाइसेंस लिया जा रहा है. वहीं अधिकांश होटल व रिसोर्ट में बिना लाइसेंस के ही शराब परोसी जा रही है. हर साल की यह समस्या होने के बावजूद आबकारी विभाग द्वारा कोई रणनीति नहीं बनाते हुए, पिछले एक दशक से कोई बड़ी या सख्त कार्रवाई नहीं की गई है.

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आगामी न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए अब तक केवल 4 ही आवेदन हुए हैं. (एच आर राठौड़, जिला आबकारी अधिकाऱी जैसलमेर)

12 के पास है स्थाई लाइसेंस

जैसलमेर में मात्र 15 ऐसी जगह है. जहां आबकारी विभाग में रजिस्ट्रेशन हुआ है. इनमें होटल व रिसोर्ट शामिल है. जिनका रजिस्ट्रेशन हुआ है. उन जगहों पर सिर्फ शराब परोसी जानी है लेकिन बेच नहीं सकते. लेकिन शहर के सभी होटले व सम तथा खुहड़ी के रिसोर्ट में बिना लाइसेंस के शराब खुलेआम परोसी जा रही है. इस 15 में 12 के पास स्थाई लाइसेंस है. अन्य एक दिन का अस्थाई लाइसेंस लेकर पूरे साल शराब बेचते है और बाकी अन्य सैकड़ो होटल व रिसोर्ट वालो ने तो रजिस्ट्रेशन तक नही करवा रखा है.

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