Khatu Shyam: खाटू श्‍याम की भक्‍त‍ि में डूबा 13 साल का बच्‍चा, दर्शन के ल‍िए घर छोड़ा

Khatu Shyam:  रेलवे प्‍लेटफार्म पर 13 साल का बच्‍चा म‍िला. शुरुआती पूछताछ में उसने बताया क‍ि वह बाबा श्‍याम के दर्शन के ल‍िए घर से आया है. उसके स्‍वास्‍थ्‍य की जांच की गई. 

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Khatu Shyam: राजस्‍थान के चूरू में 13 साल का एक बच्‍चा खाटू श्‍याम का दीवाना न‍िकला. वह बाबा श्‍याम की भक्‍त‍ि में इतना  डूब गया क‍ि घर से अकेले खाटू श्‍याम के दर्शन के ल‍िए न‍िकल पड़ा. रेलवे स्‍टेशन पर आरपीएफ ने पूछा तो उसने जानकारी दी. चाइल्‍ड हेल्‍प लाइन टीम के ज‍िला समन्‍वयक पन्ने स‍िंह ने बताया क‍ि सादुलपुर पुल‍िस ने सूचना दी. सूचना पर टीम सादुलपुर रेलवे स्‍टेशन पर पहुंची. बच्‍चे को बरामद करके उसके स्‍वास्‍थ्‍य की जांच कराई. इसके बाद उसकी काउंसल‍िंग की. 

ब‍िना बताए घर से न‍िकला 

राजगढ़ रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर अकेले और उदास बैठे इस बच्चे को आरपीएफ ने देखा और चाइल्ड हेल्पलाइन को सूचना दी.  चाइल्ड हेल्पलाइन के जिला समन्वयक पन्ने सिंह ने बताया कि यह रेस्क्यू पैन इंडिया रेस्क्यू अभियान के तहत किया गया.  काउंसलर वर्षा कंवर ने काउंसलिंग  की तो पता चला कि बच्चा 17 जनवरी को बिना किसी पैसे या सामान के घर से निकल गया था.  बच्चे के मन में खाटू श्याम बाबा के दर्शन की गहरी इच्छा थी, लेकिन उसने इस बारे में घर में किसी को नहीं बताया. 

Advertisement

चाइल्‍ड हेल्‍पलाइन ने पर‍िजन से संपर्क क‍िया 

चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने बच्चे से मिले फोन नंबर के जरिए उसके परिजन से संपर्क किया और उन्हें उसकी सकुशल बरामदगी की जानकारी दी.  टीम ने बच्चे का मेडिकल परीक्षण भी करवाया और फिर उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया. 

Advertisement

चाइल्ड हेल्पलाइन टीम भी हैरान 

टीम उस समय हैरान रह गयी, जब उसे रेलवे प्लेटफार्म पर लावारिस हालत मे 13 वर्षीय नाबालिग मिला. उसने प्रारंभिक काउंसलिंग में बताया कि वह बाबा श्याम के लिए घर से निकला था.  चाइल्ड हेल्प लाइन टीम के जिला समन्वयक पन्नेसिंह ने बताया की सादुलपुर पुलिस से मिली सूचना के बाद टीम सादुलपुर रेलवे प्लेटफार्म पहुंची. नाबालिग को दस्तयाब कर उसे चूरू लेकर आई.  उसका स्वास्थ्य परीक्षण करवा कर जब उसकी काउंसलिंग की तो 13 वर्षीय नाबालिग ने बताया वह भरतपुर का निवासी है और कक्षा 7 का स्टूडेंट है. 

Advertisement

परिजनों को भी नहीं थी जानकारी

चाइल्ड हेल्पलाइन के जिला समन्वयक पन्नेसिंह सिंह ने बताया कि नाबालिग 17 जनवरी को घर से बिना बताएं निकला था जिसके बाद परिजनों के होश उड़ गए और परिजन नाबालिग को इधर, उधर तलाश रहे थे. लेकिन, नाबालिग कोटा, हिसार एक्सप्रेस ट्रेन में बैठकर सादुलपुर पहुंच गया.  भूख लगने पर साथी यात्रियों से कुछ लेकर खा लिया.  चाइल्ड हेल्प लाइन टीम के जिला समन्वयक पन्नेसिंह ने बताया नाबालिग के परिजनों को सूचित कर दिया गया है.  नाबालिक का राजकीय भरतिया अस्पताल मे स्वास्थ्य परीक्षण करवाने की कार्रवाई की है, जिसे अब बॉल कल्याण समिति के समक्ष पेश करने की कार्रवाई की जाएगी. 
 

यह भी पढ़ें: महाकुंभ में 150 मह‍िलाएं बनीं नागा संन्‍यासि‍नी, बहुत कठ‍िन होती है प्रक्रिया; जानें कैसी होती है ज‍िंदगी

Topics mentioned in this article