Churu: चूरू कलेक्टर ने छात्रों के साथ चाय पे की चर्चा, बच्चों को बताया IAS बनने का सक्सेस मंत्र

Rajasthan: चूरू कलेक्टर अभिषेक सुराणा की पहल पर पुस्तक समीक्षा में अव्वल आए बच्चों से डीएम आवास पर मुलाकात की गई. इस चर्चा में विद्यार्थियों ने डीएम सुराणा से आईएएस बनने के टिप्स पूछे. 

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
चूरू डीएम अभिषेक सुराणा

DM Abhishek Surana News: चूरू के विद्यार्थियों के लिए रविवार की सुबह खास बन गई, क्योंकि जिले के डीएम ने बच्चों से चाय पर चर्चा की और उन्हें कॅरियर से जुड़े टिप्स दिए. चूरू कलेक्टर अभिषेक सुराणा की पहल पर पुस्तक समीक्षा में अव्वल आए बच्चों से डीएम आवास पर मुलाकात की गई. इस चर्चा में विद्यार्थियों ने डीएम सुराणा से आईएएस बनने के टिप्स पूछे. 

बच्चों ने आईएएस बनने के पूछे  टिप्स 

डीएम सुराणा ने सफलता का मंत्र देते हुए कहा कि उन्हें लगातार किताबें पढ़ते रहना चाहिए, क्योंकि पढ़ने से दिमाग खुलता है और आप सभी से बेहतर संवाद स्थापित कर पाते हैं. किताबें आपके जीवन की उन सभी परेशानियों को आसान बना देंगी, जिनमें आप महीनों से फंसे हुए हैं. साथ ही तरक्की के नए अवसर भी देती हैं, जिनकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी. इसलिए किताबों को अपना दोस्त बनाएं.

 सोशल मीडिया और मोबाइल एडिक्शन से रहें दूर

इसके अलावा उन्होंने छात्रों को सोशल मीडिया और मोबाइल की बढ़ती लत से दूर रहने की सलाह भी दी. उन्होंने यह भी बताया कि विद्यार्थी जीवन किसी भी व्यक्ति के जीवन का स्वर्णिम समय होता है. इस महत्वपूर्ण समय में लक्ष्य निर्धारित कर कड़ी मेहनत करें और अपने सपनों को उड़ान दें. उन्होंने छात्रों के करियर से जुड़े सवालों के जवाब दिए और अपनी यादें साझा कीं.

 विद्यार्थियों से पूछे उनके अनुभव

डीएम अभिषेक सुराना ने स्कूली विद्यार्थियों के लिए 'पुस्तक संवाद' की अनूठी पहल शुरू की थी. जिसमें दिवाली की छुट्टियों में स्कूली पुस्तकालय से पुस्तकें पढ़कर अपने पुस्तकालय में लाने के बाद समीक्षा प्रतियोगिता आयोजित की जानी थी. इस प्रतियोगिता में जिला और ब्लॉक स्तर पर प्रथम आने वाले विद्यार्थियों को डीएम ने रविवार सुबह अपने घर बुलाया और उनसे मुलाकात की. उन्होंने विद्यार्थियों से उनके अनुभव भी पूछे, उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया और उन्हें पुस्तकें, बैग और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया.

Advertisement

ये रहें मौजूद

इस दौरान जिला परिषद सीईओ श्वेता कोचर, एडीपीआर कुमार अजय, सीडीईओ गोविंद सिंह राठौड़, डीईओ प्रारंभिक संतोष महर्षि, महिला अधिकारिता विभाग के संरक्षण अधिकारी जयप्रकाश ने भी विचार व्यक्त करते हुए किताबों को सबसे अच्छा मित्र बताया। संचालन शिवप्रकाश शर्मा ने किया। सहायक निदेशक बिजेंद्र दाधीच, सीबीईओ अशोक पारीक, संदीप व्यास, मुकेश, रघुनंदन शर्मा सहित शिक्षा एवं महिला अधिकारिता विभाग के अधिकारी, बालक-बालिकाएं, अभिभावक आदि मौजूद रहे.

यह भी पढ़ें: अनूपगढ़ में स्कूली छात्र के साथ 2 आरोपियों ने किया दुष्कर्म, वीडियो वायरल करने की भी दी धमकी

Advertisement

Topics mentioned in this article