चूरू में युवाओं का अनोखा विरोध प्रदर्शन, जलभराव से परेशान होकर पेट के बल लेटकर कलेक्टर के पास पहुंचे

Rajasthan News: चूरू जिला मुख्यालय पर युवाओं ने अनोखा प्रदर्शन किया है. जिसके कारण इलाके में चर्चा का विषय बन गई है.

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पेट के बल लेटकर चलने वाले युवक

Churu News: राजस्थान में चूरू जिला मुख्यालय पर युवाओं ने अनोखा प्रदर्शन किया है. जिसके कारण इलाके में चर्चा का विषय बन गई है. दरअसल शहर के वार्ड 46 और 47, इंदिरा कॉलोनी के निवासी लंबे समय से चली आ रही जलभराव की समस्या से काफी परेशान है. जिसके कारण आज ( शुक्रवार) वह एक अनोखे प्रदर्शन के लिए मजबूर हुए.  उन्होंने पूर्व पार्षद अशोक पंवार के नेतृत्व में  कलेक्टर के समक्ष सड़क पर पेट के बल लेटकर पहुंचे. साथ ही अपनी सालों पुरानी समस्या के समाधान की मांग उनके सामने रखी.

पेट के बल लेटकर पहुंचे और समस्या के समाधान की लगाई गुहार

यह घटना पुराने कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित जिला स्तरीय जनसुनवाई के दौरान हुई.इंदिरा कॉलोनी के  वार्ड 46 और 47  में जलभराव की समस्या से पीड़ित युवक सड़क पर पेट के बल लेटते हुए कलेक्टर तक पहुंचे. साथ ही उन्हें एक ज्ञापन सौंपकर इस गंभीर समस्या के स्थायी समाधान की गुहार लगाई. बार-बार शिकायतें करने के बावजूद समस्या का समाधान न होने पर आज उनका सब्र टूट गया और उन्होंने यह प्रदर्शन शुरू कर दिया.

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भेदभाव का आरोप, बड़े आंदोलन की चेतावनी

पूर्व पार्षद अशोक पंवार ने इस दौरान आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि दलित और वाल्मीकि बस्ती के साथ हो रहा कुठाराघात बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे शहर की सफाई करने वाले दलित और वाल्मीकि समाज के वार्डों के साथ भेदभाव किया जा रहा है. पंवार ने बताया कि नगरपरिषद और प्रशासन को कई बार अवगत कराने के बाद भी उनके कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है.

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उन्होंने चेतावनी दी कि आज दंडवत आकर अंतिम बार प्रशासन को अवगत करा दिया गया है. यदि जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।. प्रदर्शन के दौरान कलेक्ट्रेट के मेन गेट पर पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, जिससे वे और आक्रोशित हो गए.

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नरकीय जीवन जीने को मजबूर निवासी

गौरतलब है कि इन दोनों वार्डों में बरसाती पानी भरने के कारण रास्ते अवरुद्ध हो जाते हैं, जिससे लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. पानी निकासी का कोई स्थायी समाधान न होने के कारण जलभराव की समस्या ने वार्ड के लोगों का जीवन नरकीय बना दिया है.नगरपरिषद और प्रशासन को बार-बार अवगत कराने के बाद भी आज तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है.
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