Rajasthan: राजस्थान के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा (Kirodi Lal Meena) एक लोकप्रिय नेता हैं और अक्सर राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के दौरे करते रहते हैं. मीणा रविवार को बूंदी जिले के दौरे पर थे जहां सर्किट हाउस (Bundi Circuit House) पर जमकर हंगामा हो गया. किरोड़ी लाल मीणा के सर्किट हाउस में आने की बात जान कर बड़ी संख्या में भाजपा के स्थानीय नेता और कार्यकर्ता तथा मीणा समाज के पदाधिकारी उनसे मुलाकात के लिए सर्किट हाउस उमड़ पड़े. लेकिन वहां पुलिस ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया, जिसके बाद वहां तनाव की स्थिति पैदा हो गई. इस दौरान पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की भी हुई.
किरोड़ी लाल मीणा के बूंदी दौरे की सूचना मिलने के बाद रविवार को भाजपा नेता और मीणा समाज के पदाधिकारी सर्किट हाउस पहुंच गए. किरोड़ी लाल मीणा को वहां अधिकारियों के साथ बैठक लेनी थी. ऐसे में सर्किट हाउस को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. सर्किट हाउस के अंदर केवल अधिकारियों और कुछ भाजपा नेताओं को जाने दिया गया. वहीं बाकी कार्यकर्ता और अन्य नेता बाहर ही खड़े रहे.
भाजपा नेताओं की पुलिस से बहस और धक्का-मुक्की
हंगामा तब शुरू हुआ जब बूंदी नगर परिषद में नेता प्रतिपक्ष मुकेश माधवानी, रूपेश शर्मा, सौरभ वर्मा और जोधराज मीणा सहित कई और भाजपा नेता अंदर जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया. इसके बाद कोतवाली थाना पुलिस के जवानों की नेताओं और कार्यकर्ता के साथ बहस हो गई और उनके बीच धक्का-मुक्की होने लगी. लेकिन पुलिस ने सर्किट हाउस का गेट पूरी तरह से बंद कर दिया था.
सर्किट हाउस पर मीणा समाज के प्रतिनिधि भी अंदर जाना चाहते थे. लेकिन पुलिस ने उनके साथ भी सख्ती की और उन्हें भी अंदर नहीं जाने दिया जिसके बाद उनमें भी आक्रोश दिखाई दिया. सर्किट हाउस में पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच करीब 15 मिनट तक कहा-सुनी और बहसबाजी होती रही. किरोड़ी लाल मीणा सर्किट हाउस से करीब 1 घंटे बाद बाहर निकले और कार्यकर्ताओं से मिलकर अधिकारियों को समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए.
मनीष मीणा के परिवार से मिले किरोड़ी लाल मीणा
बूंदी दौरे में किरोड़ी लाल मीणा ने मनीष मीणा के माता-पिता से मुलाकात कर उनको 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की. साथ ही मंत्री ने परिजनों को सरकार से हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया है. पिछले वर्ष 4 नवंबर को बूंदी शहर में मनीष मीणा हत्याकांड घटित हुआ था. इसको लेकर मीणा समाज की ओर से करीब एक माह तक बूंदी कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया गया था. समाज की मांग थी कि परिवार को आर्थिक मुआवजा मिले सरकारी नौकरी मिले.
प्रशासन के समझाने के बाद हालांकि धरना समाप्त हो गया था. लेकिन समाज और पुलिस प्रशासन के बीच गतिरोध चल रहा था. इसकी सूचना मंत्री किरोड़ी लाल को लगी तो उन्होंने बूंदी पहुंचकर मृतक के परिजनों से बातचीत की और उन्हें सरकार से हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया.