आखिरी वक्त में बदला CM गहलोत का कार्यक्रम, निवाई में प्रियंका गांधी वाद्रा की सभा में नजर आएंगे मुख्यमंत्री

सीएम गहलोत राजीव गांधी संग्रहालय में विजन 2030 को लेकर बैठक को संबोधित करने के पश्चात दोपहर 12 प्रियंका गाँधी वाड्रा के साथ निवाई के लिए जाना था, लेकिन अब कार्यक्रम में संशोधन हो गया. मुख्यमंत्री सीधे जयपुर से टोंक स्थित निवाई जाकर इंदिरा गांधी रसोई योजना (ग्रामीण) राज्यस्तरीय का शुभारंभ करेंगे फिर वापस जयपुर रवाना हो जाएंगे.

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अशोक गहलोत (फाइल फोटो)
Tonk:

राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पूरी तरह एक्शन मोड में है. रविवार को मुख्यमंत्री निवाई में आयोजित एक जनसभा में होंगे, जहां वो इंदिरा गांधी रसोई योजना (ग्रामीण) राज्यस्तरीय का शुभारंभ करेंगे. बता दें, कांग्रेस महासचिव प्रिंयका गांधी वाड्रा निवाई में आज एक जनसभा को संबोधित करेंगी. ऐसा कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री गहलोत को रविवार से सुबह सवाई माधोपुर जाने का कार्यक्रम था, लेकिन प्रियंका गांधी की जनसभा में पहुंचने के लिए उन्होंने सवाई माधोपुर जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया. 

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का संशोधित कार्यक्रम

सीएम गहलोत राजीव गांधी संग्रहालय में विजन 2030 को लेकर बैठक को संबोधित करने के पश्चात दोपहर 12 प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ निवाई के लिए जाना था, लेकिन अब कार्यक्रम में संशोधन हो गया. मुख्यमंत्री सीधे जयपुर से टोंक स्थित निवाई जाकर इंदिरा गांधी रसोई योजना (ग्रामीण) राज्यस्तरीय का शुभारंभ करेंगे फिर वापस जयपुर रवाना हो जाएंगे.

गौरतलब है प्रदेश में इन दिनों चुनावी तामपान बढ़ा हुआ और राजस्थान के दो प्रमुख दल कांग्रेस और बीजेपी आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कोई को कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. यही वजह कि कांग्रेस के बड़े नेताओं का जनता के साथ संपर्क साधना चुनावी जनसभाएं कर रहे हैं. इसी क्रम में कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी आज निवाई विधानसभा में एक जनसभा कर रही है, जहां कांग्रेस अपने परंपरागत वोटरों को साधने में लगी है. 

निवाई विधासभा में दलित वोटरों को रिझाने और अपने साथ बनाए रखने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने प्रियंका गांधी वाड्रा को निवाई में जनसभा के लिए भेजा है, लेकिन सीएम गहलोत को आनन-फानन में निवाई की जनसभा में पहुंच रहे हैं, जबकि उन्हें आज सवाई माधोपुर पहंचना था. इसका सीधा मतलब है कि पार्टी राजस्थान में कांग्रेस सत्ता में बने रहने के लिए कोई गलती की गुंजाइश नहीं छोड़ना चाहती है.

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