Rajasthan News: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रविवार को जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में चल रही शिव महापुराण कथा सुनने के लिए पहुंचे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का दुपट्टा ओढ़ाकर अभिनंदन किया. मुख्यमंत्री ने शिव भगवान की आरती कर राजस्थान की खुशहाली और आमजन की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की. शिव महापुराण कथा कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जयपुर की पवित्र भूमि पर भगवान शिव की कथा का आयोजन हो रहा है, जो कि हम सभी के लिए परम सौभाग्य की बात है.
भजनलाल शर्मा ने कहा कि भगवान शिव कैलाशपति, भोलनाथ एवं विश्वनाथ के रूप में पूजे जाते हैं. ऋषि, मुनि, संत और महंत भगवान शिव के गुणों का कथा वाचन कर समाज को मार्ग दिखाते हैं. भगवान शिव की कृपा से ही जीवन में शांति, समृद्धि और सकारात्मकता का संचार होता है. शिव महापुराण केवल एक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन को सार्थक बनाने का एक दैवीय दर्शन है.
सीएम ने आगे कहा कि आज हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं, जहां सनातन धर्म का पुनर्जागरण हो रहा है. उज्जैन में महाकाल लोक का भव्य निर्माण और वाराणसी में भगवान विश्वनाथ के कॉरिडोर का विकास इसका जीवंत प्रमाण है. केदारनाथ, सोमनाथ व बद्रीनाथ का बदला हुआ स्वरूप भी सभी देख रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज में आयोजित हुए महाकुंभ में विश्वभर के लोगों का आकर पवित्र स्नान करना हमारी सनातन संस्कृति की विराटता को दर्शाता है. इस कथा के जरिए बहने वाली भक्ति की रसधारा को सुनने के लिए बड़ी संख्या में उपस्थित मातृशक्ति को देखकर उन्हें बड़ी प्रसन्नता हुई है.
राजस्थान शक्ति और भक्ति की धरती है. माता पन्नाधाय, भक्ति की मूर्ति मीराबाई और मां अमृता देवी जैसी महान मातृशक्ति से आज तक हम सभी प्रेरणा ले रहे हैं. पंडित प्रदीप मिश्रा जिस सरलता और गहनता से शिव महापुराण कथा को जन-जन तक पहुंचाते हैं, वह अद्भुत है. राजस्थान में इस तरह के आयोजन होने चाहिए, जिससे हमारी विरासत, संस्कृति और सनातन को मजबूती मिलेगी.
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