CM Bhajan Lal Sharma: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार (13 मार्च) को कहा कि भारत की संस्कृति की दुनिया में विशिष्ट पहचान है और हमारे ऋषि-महर्षियों ने गौरवशाली संस्कृति को मजबूत करने का काम किया है. शर्मा यहां सांगानेर में होली मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि होली का पर्व खुशी एवं उल्लास का प्रतीक है. शर्मा ने कहा कि रंगों के त्योहार पर सभी अपने गिले शिकवे भुलाकर होली के रंग में रंग जाते है और रंगों के साथ राजस्थान का लगाव भी बहुत गहरा है.
फूलों की खेली होली
सीएम भजनलाल ने कहा कि हमारे प्रदेश को तो रंग रंगीलो राजस्थान कहा जाता है. शर्मा ने यहां उपस्थित जनसमूह के ऊपर फूलों की बारिश कर हर्षोल्लास के साथ रंगों के त्योहार को मनाया और आत्मीयता के साथ मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार हर नागरिक के कल्याण और प्रदेश के हर क्षेत्र का विकास करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है.
उन्होंने कहा, “हमने बजट में सभी 200 विधानसभाओं के विकास के लिए महत्वपूर्ण प्रावधान किए हैं. राजस्थान में पांच हजार गांवों को गरीब मुक्त बनाया जाएगा.”
इससे पहले शर्मा डीग स्थित पूंछरी का लौठा धाम पहुंचे और श्रीनाथ जी मंदिर में दर्शन किए.
पूंछरी में साधु संतों ने बांधा का साफा
सीएम शर्मा ने पूंछरी का लौठा में मुकुट मुखारबिंद पर श्रीगिरिराज जी का दुग्धाभिषेक किया. मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं और परिक्रमार्थियों पर पुष्प वर्षा कर फूलों की होली खेली, चंग की थाप पर सभी दर्शनार्थी उमंग और उत्साह से भर उठे तथा हर्षोल्लास से इस त्यौहार को मनाया. इस अवसर पर साधु संतों ने शर्मा का साफा बांधकर स्वागत किया. होली महोत्सव में श्रीनाथ जी मंदिर कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों द्वारा मयूर नृत्य सहित विभिन्न मनमोहक प्रस्तुतियां पेश की गई. जिसको देखकर हर कोई श्री कृष्ण की भक्ति में झूमता नजर आया.
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