Rajasthan Politics: दिल्ली में आज हाई कमान से मिलेंगे CM भजनलाल शर्मा, उपचुनाव से पहले खास रणनीति पर हो सकती है चर्चा

इस साल के अंत में दौसा, टोंक जिले की देवली-उनियारा, खींवसर, झुंझुनू और बांसवाड़ा की चौरासी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. हालांकि यह सभी सीट अभी कांग्रेस के पास है. इसलिए कांग्रेस के सामने इन सीटों को बचाने की चुनौती होगी. वहीं भजनलाल लोकसभा में नुकसान की भरपाई करना चाहेंगे.  

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CM Bhajan Lal Sharma: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आज दिल्ली में पार्टी के प्रमुख नेताओं से मुलाकात करेंगे. इस मौके पर हाल ही में आये बजट, प्रदेश में कुछ महीने बाद होने वाले उपचुनाव के अलावा पार्टी और सरकार के भीतर चल रही उठापटक पर चर्चा होने की संभावना है. चर्चा के एजेंडे में कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे का मामला भी शामिल किया जा सकता है. 

उपचुनाव जीतने का दबाव 

मालूम हो कि राजस्थान में हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में पांच विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां के विधायक सांसद बन गए हैं. ऐसे में लोकसभा चुनाव में 11 सीटें गंवाने के बाद भाजपा का पूरा ध्यान अब उपचुनाव में इन पांच सीटों पर जीत हासिल करना होगा. कांग्रेस तो सभी सीटें जीतने का दावा कर रही है.

सचिन पायलट ने तो यहां तक कह दिया था कि इतिहास गवाह है उपचुनावों में हमेशा कांग्रेस ने जीत हासिल की है और हम सभी पांच सीटों पर उपचुनाव जीतेंगे, हम पूरी ताकत से लड़ेंगे और हर सीट पर बेहतर उम्मीदवार उतारेंगे.

इन सीटों पर होगा उपचुनाव 

इस साल के अंत में दौसा, टोंक जिले की देवली-उनियारा, खींवसर, झुंझुनू और बांसवाड़ा की चौरासी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. हालांकि यह सभी सीट अभी कांग्रेस के पास है. इसलिए कांग्रेस के सामने इन सीटों को बचाने की चुनौती होगी. वहीं भजनलाल लोकसभा में नुकसान की भरपाई करना चाहेंगे.  

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किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे पर हो सकती है बात 

किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे की भी बैठक में चर्चा हो सकती है. खबर है कि मीणा को इस्तीफ़ा वापस लेने के लिए मनाया जा रहा है. दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद भी ऐसी खबरें थीं कि नड्डा ने उन्हें इस्तीफ़ा वापस लेने के लिए कहा है. हालांकि किरोड़ी लाल मीणा की तरफ से अभी तक इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. 

इसके अलावा, राजस्थान में हाल ही में सरकार द्वारा पेश किये गए बजट पर भी चर्चा संभव है. 10 जुलाई को भजनलाल सरकार ने अपना पहला पूर्ण बजट पेश किया था. 

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