Hanumangarh Farmer: राजस्थान के हनुमानगढ़ में किसानों और पुलिस के बीच दंगल देखने को मिला. शुक्रवार (10 अक्टूबर) को हनुमानगढ़ के भादरा कस्बे में पुलिस की लाठियां उस वक्त टूट पड़ी, जब किसान सहकारी समिति द्वारा DAP खाद वितरण के लिए टोकन बांटे जा रहे थे. टोकन लेने को लेकर किसानों में होड़ मच गई. तभी भीड़ पर पुलिसकर्मियों ने लाठी बरसाना शुरू कर दिया. यह मामला अब सीएम भजनलाल शर्मा के पास पहुंचा तो उन्होंने तुरंत संज्ञान लेते हुए किसानों पर लाठीचार्ज को लेकर कलेक्टर से फौरन रिपोर्ट मांगी है.
बताया जा रहा है कि DAP खाद की कमी की वजह से किसान कई घंटों से लंबी कतार में खड़े इंतजार कर रहे थे. वहीं जब टोकन बंटना शुरू हुआ तो सीमित स्टॉक की वजह से किसानों में आगे निकलने की होड़ मच गई और वहां हंगामा मच गया. इसी दौरान स्थिति को काबू करने के लिए वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने किसानों पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया. किसानों को पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से पीटा है.
महिलाओं पर भी बरसे डंडे
इस घटना का वीडियो भी सामने आया है. जिसमें साफ देखा जा रहा है कि पुलिस के डंडे कितने बेरहमी से किसानों पर चलाया जा रहा है. किसान खुद को छिपाने के लिए भाग रहे थे. किसानों की इस भीड़ में महिलाएं भी शामिल थी जो DAP खाद लेने के लिए किसान समिति पहुंची थी. महिलाओं पर भी पुलिस के डंडे बरस रहे थे.
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चौथ के व्रत करने के बावजूद महिलाएं कतार में थी
भादरा में डीएपी वितरण केंद्र पर देर शाम तक बड़ी संख्या में किसान डीएपी पाने के इंतजार में खड़े थे, जिन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी. लेकिन दोपहर में हुई अव्यवस्था के बाद में पुलिस ने जो बल प्रयोग किया था उसको लेकर महिलाओं और पुरुष किसानों ने भी दुख जताया है. महिलाओं का कहना था कि सुबह 4:00 बजे से वे लोग लाइन में खड़ी हैं और चौथ का व्रत होने के बावजूद भूखी प्यासी लाइनों में खड़ी है और 12-14 घंटे बीत जाने के बाद अभी भी डीएपी का इंतजार है, महिलाओं ने सरकार से दरख्वास्त कि है इस बार उन्हें डीएपी वितरित कर दे. अगली बार यह लोग पंक्ति में ही नहीं लगेंगे. वहीं बीकानेर किसान का कहना है कि सुबह 4:00 बजे से पंक्ति में खड़े होने के बावजूद अभी भी डीएपी का इंतजार कर रहे हैं और इस बीच में पुलिस ने भी डीएपी की जगह किसानों पर लाठियां भांज दी. कई किसानों के चोटिल होने की सूचना मिली वहीं लाठीचार्ज होने पर कई किसानों की चप्पल जूतियां भी वहां रह गए. किसानों का कहना है कि सरकार अगर अपनी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर ले तो हर साल डीएपी वितरण के समय ऐसी अव्यवस्थाओं से किसानों को दो-चार ना होना पड़े.
यह मामला अब तुल पकड़ लिया है क्योंकि किसान और महिलाओं पर बेरहमी से लाठीचार्ज किया गया. पुलिस ने इस कार्रवाई को भीड़ नियंत्रण बताया है. लेकिन जिस बर्बरता से किसानों पर लाठियां बरसाई गई है. वह सवालों के घेरे में है. किसानों में इसे लेकर आक्रोश है और किसानों के संगठनों ने इस बर्बर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की है और मांग की है कि इस घटना के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई की जाए.
सीएम ने लिया संज्ञान
घटना के बाद NDTV ने जब इस खबर को चलाया तो CMO ने फौरन एक्शन लिया है. वहीं इस मामले में तुरंत जिला कलेक्टर से रिपोर्ट मांगा है. CMO ने इस पर विस्तृत रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं.
वहीं अतिरिक्त जिला कलेक्टर संजू पारीक का कहना है कि आज डीएपी वितरण को लेकर बड़ी संख्या में किसान पहुंचे थे इसी दौरान कुछ अव्यवस्थाएं हुई जिसके बाद में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लगातार अपनी मौजूदगी में डीएपी वितरित करवा रहे हैं. अब सुचारू रूप से डीएपी का वितरण हो रहा है. आगे वितरण व्यवस्थाओं में और सुधार किया जाएगा ताकि भविष्य में किसानों को ऐसी समस्या का सामना न करना पड़े.
डीएम और एसपी पहुंचे भादरा
सीएमओ से रिपोर्ट पेश करने के निर्देश के बाद जिला कलेक्टर खुशाल यादव और एसपी हरी शंकर भादरा पहुंचे. वहीं उन्होंने लाइन में खड़े किसानों से व्यवस्थाओं के बारे में बात की. वहीं किसानों ने पुलिसकर्मियों द्वारा लाठीचार्ज का विरोध किया और वहां हो रही अव्यवस्थाओं के बारे में अवगत कराया. जिला कलेक्टर ने किसानों को आश्वासन दिया है और कहा है कि लाठीचार्ज को लेकर कार्मिक की जांच होगी. इस दौरान एसडीएम, एएसपी समेत कई अधिकारी मौजूद थे.
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