झालावाड़ में गुर्जर-राजपूत में टकराव, जानिए आखिर किस बात पर आमने-सामने हो गए दोनों समाज?

झालावाड़ में मिहिर भोज मामले को लेकर गुर्जर और राजपूत समाज में टकराव की स्थिति बन गई है. मामला गरमाने के बाद पुलिस-प्रशासन टकराव को टालने के प्रयास कर रहे हैं. लेकिन दोनों समाज के आक्रोशित लोगों ने सड़क पर हंगामा कर दिया है.

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Rajput vs Gurjar in Jhalawar: झालावाड़ में मिहिर भोज मामले को लेकर गुर्जर और राजपूत समाज में टकराव की स्थिति बन गई है. मामला गरमाने के बाद पुलिस-प्रशासन टकराव को टालने के प्रयास कर रहे हैं. लेकिन दोनों समाज के आक्रोशित लोगों ने सड़क पर हंगामा कर दिया है. दरअसल, 29 सितंबर रविवार को सम्राट मिहिर भोज की जयंती है. मिहिर भोज को लेकर राजपूत और गुर्जर समाज में मतभेद इस बात को लेकर है कि दोनों ही समाज खुद को सम्राट का वंशज होने का दावा करते हैं. मिहिर भोज जयंती के मौके पर झालावाड़ (Jhalawar) गुर्जर समाज ने रैली निकालने की घोषणा की थी. लेकिन निषेधाज्ञा लगी होने के चलते जिला प्रशासन ने गुर्जर समाज के नेताओं से बातचीत करके रास्ता निकाला था.

गुर्जर समाज के लोग उतर गए सड़कों पर

जिसके बाद समाज के नेताओं ने रैली नहीं निकल जाने की घोषणा कर दी थी. लेकिन उसके बाद भी गुर्जर समाज के लोग नहीं माने और बड़ी तादाद में लोग एकत्रित हो गए हैं. पदाधिकारियों की बात ना मानते हुए समाज के लोग विभिन्न स्थानों पर जुट गए. 

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इसकी भनक जब राजपूत समाज के लोगों को लगी तो उनका गुस्सा भी फूट पड़ा और वह भी सड़कों पर उतर गए. राजपूत समाज के लोगों का आरोप है कि प्रशासन ने उनके साथ वादाखिलाफी की और धोखा किया. पुलिस और प्रशासन ने उन्हें धोखे में रखा और गुर्जर समाज ने आज रैली निकाल दी है. 

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शहर में नाकाबंदी, जगह-जगह पुलिस तैनात 

राजपूत समाज के एक पदाधिकारी को पुलिस ने थाने में भी बंद कर दिया है. जिसे लेकर राजपूत समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन के साथ शहर कोतवाली के सामने धरना भी दिया. इधर, बड़ी तादाद में गुर्जर समाज के भी लोग शहर की तरफ आने लगे हैं. तनावपूर्ण माहौल के चलते पुलिस ने कई स्थानों पर नाकाबंदी कर रखी है और हर वाहन की तलाशी ली जा रही है.

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