राजस्थान में विधानसभा ( Rajasthan Assembly Election 2023 ) चुनाव का बिगुल बज चुका है और चुनावी समर का ऐलान हो चुका है. लंबे समय से प्रत्याशियों के मंथन में जुटी कांग्रेस और भाजपा ने कई विधानसभा क्षेत्रों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. भाजपा ने जहां आज अपनी दूसरी सूची जारी करते हुए 83 उम्मीदवारों के नाम जारी किए हैं. वहीं कांग्रेस ने भी आज अपने 33 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. दोनों ही पार्टियों की सूची में भारी उलटफेर देखने को मिला है.
कांग्रेस से भाजपा ने आईं ज्योति मिर्धा को टिकट
नागौर ज़िले में भाजपा ने दो वर्तमान विधायकों के टिकट काट दिए हैं. वहीं चुनाव से एक महीने पहले ही भाजपा में शामिल हुईं ज्योति मिर्धा को उम्मीदवार बनाया गया है. जबकि डीडवाना सीट को लेकर अब भी सस्पेंस बरकरार है. डीडवाना सीट पर उम्मीदवार कौन होगा? भाजपा हाईकमान अब तक इसका फैसला नहीं कर सका है. माना जा रहा है कि अंतिम समय में भाजपा डीडवाना सीट पर कोई फैसला लेगी.
मुरावतिया और मोहनराम के टिकट काटे
भाजपा ने आज जब 83 उम्मीदवारों की सूची जारी जिसमें डीडवाना और नागौर जिले की 6 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं.
डीडवाना में टिकट पर सस्पेंस
इसके अलावा परबतसर से मानसिंह किनसरिया और नावां से विजय सिंह चौधरी को उम्मीदवार बनाया गया है. जबकि जायल से डॉ मंजू बाघमार और मेड़ता से लक्ष्मण कलरु को उम्मीदवार बनाया है. लेकिन सबसे चर्चित डीडवाना सीट पर अब तक भाजपा कोई फैसला नहीं कर सकी है. यहां से दावेदारों की एक लंबी लिस्ट है, जिसमें पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री यूनुस खान, पूर्व प्रत्याशी रहे जितेंद्र सिंह जोधा और सांगलिया धूनी के स्वामी ओमदास महाराज के नाम सबसे प्रमुख है. इसके अलावा भी 10 से अधिक प्रत्याशी भाजपा की टिकट पाने के लिए कतार में लगे हुए हैं.
यूनुस खान चाहते हैं डीडवाना से टिकट
पूर्व मंत्री यूनुस खान को वसुंधरा खेमे का माना जाता है और वह पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकारों में बड़े पावरफुल मंत्री रह चुके हैं, मगर पिछली बार भाजपा ने डीडवाना से उनकी टिकट काटकर उन्हें सचिन पायलट के सामने चुनाव लड़ने टोंक भेज दिया था. जहां उन्हें हर का सामना करना पड़ा.
. इसके अलावा जितेंद्र सिंह जोधा, श्याम प्रताप सिंह राठौड़, रामकिशन खीचड़, हनुमान चौधरी, कर्नल नंदकिशोर ढाका सहित कई प्रत्याशी भी टिकट पाने की दौड़ में जुटे हुए हैं. इसी प्रकार लाडनूं विधानसभा सीट पर भी भाजपा ने प्रत्याशी घोषित नहीं किया है. लाडनू से पूर्व विधायक मनोहर सिंह के बेटे करणी सिंह और भाजपा जिला अध्यक्ष गजेंद्र सिंह टिकट के प्रमुख दावेदार हैं.
डुड़ी फिर डीडवाना से मैदान में
दूसरी ओर कांग्रेस ने भी आज अपने 33 उम्मीदवारों की सूची जारी की है. जिसमें डीडवाना और नागौर जिले के पांच वर्तमान विधायकों पर दोबारा भरोसा जताते हुए उन्हे प्रत्याशी घोषित किया हैं. कांग्रेस ने डीडवाना विधानसभा से वर्तमान विधायक चेतन डूडी को तीसरी बार प्रत्याशी बनाया है. चेतन डूडी पिछली बार 40000 मतों के अंतर से चुनाव जीते थे.
भाकर- गावड़िया को भी मिले टिकट
वहीं 2018 में पहली बार चुनाव लड़ने वाले मुकेश भाकर और रामनिवास गावड़िया को भी कांग्रेस ने दोबारा प्रत्याशी बनाया है. इसके अलावा जायल से मंजू देवी मेघवाल और डेगाना से विजयपाल मिर्धा को भी प्रत्याशी बनाया गया है. हालांकि गहलोत सरकार के सबसे विश्वासनीय और नावां के विधायक उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी का नाम इस लिस्ट में शामिल नहीं है. यानी नावां विधानसभा सीट का भी अब तक फैसला नहीं किया गया है.
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