Rajasthan Election 2023: कांग्रेस प्रत्याशी ने अपनाई भाजपा की चुनावी रणनीति, पन्ना प्रमुख के साथ-साथ बूथ पर बुजुर्गों की तैनाती

पन्ना प्रकोष्ठ भाजपा का कार्यकर्ता होता है. एक पन्ने में करीब 30 वोटर के नाम होते हैं. ऐसे में एक पन्ना प्रमुख की भूमिका 30 वोटर को वोटिंग सेंटर तक ले जाना और उनसे पार्टी के पक्ष में मतदान कराना है.

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Rajasthan News: भारतीय जनता पार्टी की चुनावी रणनीति में पन्ना प्रमुख काफी अहम भूमिका निभाते हैं. यह वह लोग होते हैं जो वोटर को बूथ तक लाते हैं, और पार्टी के लिए प्रेरित करते हैं. भाजपा की इस माइक्रो मैनेजमेंट को बांसवाड़ा जिले के घाटोल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित नानालाल निनामा (Nanalal Ninama) ने भी पूरी रह से अंगीकार करते हुए अपने स्तर पर विधानसभा क्षेत्र में पन्ना प्रमुख बनाए हैं.

कांग्रेस पार्टी की चुनावी रणनीति से इतर कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी नानालाल निनामा ने एनडीटीवी राजस्थान को बताया कि उन्होंने भाजपा के पन्ना प्रमुख को नजदीक से देखा और इसके बाद उन्होंने इसको चुनावों में आजमाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने चुनाव की घोषणा होने के साथ ही इसकी तैयारियां शुरू कर दी थी. पन्ना का मतलब एक पेज होता है जिस पर वोटर का नाम लिखा होता है. हर पन्ने के लिए भाजपा एक पन्ना प्रमुख बनाते हैं. 

पन्ना प्रकोष्ठ कौन होते हैं?

पन्ना प्रकोष्ठ भाजपा का कार्यकर्ता होता है. एक पन्ने में करीब 30 वोटर के नाम होते हैं. ऐसे में एक पन्ना प्रमुख की भूमिका 30 वोटर को वोटिंग सेंटर तक ले जाना और उनसे पार्टी के पक्ष में मतदान कराना है. इसके लिए पन्ना प्रमुख लगातार वोटर से संपर्क में रहता है. पन्ना प्रमुख इन 30 वोट से लगातार संपर्क में रहता है और पार्टी द्वारा किए गए कार्यों को बताता है. चुनाव वाले दिन पन्ना प्रमुख यह तय करता है कि कौन वोटर वोट देने गया है या नहीं गया.

बुजुर्गों को सौपे जाएंगे बूथ

वहीं घाटोल विधानसभा प्रत्याशी नानालाल निनामा ने एक और नवाचार किया है और वह है बुजुर्गों को बूथ की जिम्मेदारी सौंपने की. उन्होंने बताया कि गांवों में आज भी युवा पीढ़ी बुजुर्गों का मान सम्मान करती है और वह उनकी बात मानते हैं. इसको देखते हुए उन्होंने पन्ना प्रमुख के साथ साथ बूथ पर बुजुर्ग की रणनीति बनाई है.

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