Rajasthan Politics: कांग्रेस के हाथ लगा भाजपा के नोटिस पर किरोड़ी का रिप्लाई, जूली बोले- 'वो झूठे हैं तो तुरंत कार्रवाई करें'

राजस्थान विधानसभा में गुरुवार को किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग मामले पर सरकार का जवाब आने के बाद जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस कैबिनेट मंत्री पर कार्रवाई करने के लिए कहती रही. इसके बाद विपक्षी नेताओं ने सदन से वॉकआउट कर दिया.

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टीकाराम जूली और किरोड़ी लाल मीणा.
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Rajasthan News: राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने ईमेल के जरिए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को कुछ दिन पहले जो नोटिस का जवाब भेजा था, उसकी कॉपी कांग्रेस के हाथ लग गई है. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने गुरुवार को इसका इस्तेमाल विधानसभा के अंदर भजनलाल सरकार को घेरने के लिए किया है. जूली ने कहा, 'किरोड़ी लाल मीणा ने अपने लिखित जवाब में कहीं पर भी फोन टैपिंग के आरोपों का खंडन नहीं किया है. उन्होंने सिर्फ सार्वजनिक जगह पर इस बात का खुलासा के लिए पार्टी से माफी मांगी है.'

सदन में फोन टैपिंग पर सरकार का जवाब

जूली ने यह बयान सदन में फोन टैपिंग पर भजनलाल सरकार का जवाब पढ़े जाने के बाद दिया, जिसमें गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कैबिनेट मंत्री के फोन टैप करवाने के आरोप को पूरी जिम्मेदारी से नकार दिया. बेढम ने कहा, 'किरोड़ी लाल मीणा ने कुछ दिन पहले सरकार पर फोन टैपिंग के आरोप लगाए हैं. विपक्ष ने इन आरोपों पर सरकार से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है. जबकि किरोड़ी लाल मीणा खुद ही सार्वजनिक रूप से इन आरोपों का खंडन कर चुके हैं. मैं पूरी जिम्मेदारी से सदन को आश्वस्त करना चाहूंगा कि वर्तमान सरकार में किरोड़ी लाल मीणा का फोन टैप नहीं किया गया है.'

किरोड़ी लाल मीणा पर कार्रवाई कब तक होगी?

इसके बाद टीकाराम जूली ने कहा, 'मैं जवाहर सिंह बेढम के बयान से संतुष्ट हूं. मैं बस ये जानना चाहता हूं झूठे आरोप लगाने वाले कैबिनेट मंत्री पर क्या आप कार्रवाई करेंगे? क्योंकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. राइजिंग राजस्थान प्रोग्राम के वक्त भी कैबिनेट मंत्री ने सरकार पर आरोप लगाए थे. उस वक्त उन्होंने खुद को सीएम के शक के घेरे में होना करार दिया था. उनके अनुसार, सीएम को डर था कि वे कार्यक्रम में हुड़दंग करवा सकते हैं. लेकिन तब भी कार्रवाई नहीं हुई. मैं जानना चाहता हूं कि जब किरोड़ी लाल मीणा ने इस्तीफा दे रखा है तो वो मंजूर क्यों नहीं किया जा रहा? अगर किरोड़ी लाल मीणा झूठ बोल रहे तो उन पर कार्रवाई करें.' इसके बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया.

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