Lok Sabha Elections: कांग्रेस यहां ड्राइविंग सीट पर, कम वोटिंग से बीजेपी के माथे पर चिंता की लकीरें...बीजेपी प्रत्याशी ने नहीं की मीडिया से बात

Tonk-Sawai Madhopur Seat: जाट, राजपूत ओर एससी मतदाताओं की बीजेपी से नाराजगी टोंक-सवाई माधोपुर संसदीय सीट पर एक बार फिर से 15 साल बाद उलटफेर की संभावनाओं को बल दे रही है, इससे कांग्रेस के खेमे में आशा और उम्मीद दिखाई दे रही है.

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सुखबीर सिंह जौनपुरिया-हरीश चंद मीणा (फाइल फोटो)

BJP's Mission 25 On Stake: 26 अप्रैल को हुए दूसरे चरण में हुए लोकसभा चुनाव में राजस्थान के टोंक सवाई माधोपुर संसदीय सीट पर हुए कम मतदान ने भाजपा के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है. टोंक-सवाई माधोपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी सुखबीर सिंह जौनापुरिया मैदान में हैं. 

टोंक सवाई माधोपर सीट पर कम मतदान होने से कांग्रेस ड्राइविंग सीट पर आ गई है. यहां से कांग्रेस प्रत्याशी हरीश चंद्र मीणा को सीधा फायदा मिलता हुआ दिख रहा है. जौनापुरिया यहां दो बार सांसद चुने जा चुके हैं.

 2019 लोकसभा चुनाव की तुलना में 6.86 % कम हुआ मतदान

राजस्थान में दूसरे चरण के लोकसभा चुनाव में कुल 13 लोकसभा सीटों के लिए मतदान हुआ. इनमें टोंक सवाई माधोपुर संसदीय सीट के 8 आठ विधानसभा सीटों पर शान्तिपूर्व मतदान सम्पन हुआ,और संसदीय क्षेत्र मेंं 56.58 फीसदी मतदाताओं ने अपने मतदान का प्रयोग किय, जो पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में 6.86 प्रतिशत कम है.

कम मतदान से बीजेपी को नुकसान, अटकलों का बाजार गर्म

लोकसभा चुनाव 2024 में टोंक सवाई माधोपुर संसदीय क्षेत्र में 2019 की तुलना में हुआ कम मतदान ने अटकलों और कयासों के बाजार को गर्म कर दिया है. दरअसल, शुक्रवार को सम्पन्न हुए मतदान में राजस्थान की 13 लोकसभा सीटों में सबसे कम मतदान टोंक संसदीय सीट पर हुआ है.

21,48128 मतदाताओं में से सिर्फ 12 ,15 309  ने डाले वोट

टोंक सवाई माधोपुर संसदीय सीट पर कुल 21 लाख 48 हजार 128 मतदाता हैं, लेकिन 26 अप्रैल को संपन्न हुए मतदान में सिर्फ 12 लाख 15 हजार 309 मतदाताओं ने हिस्सा लिया. यह 2019 के मुकाबले 6.86 प्रतिशत कम मतदान कम है, जिसे बीजेपी प्रत्याशी के लिए चिंता का विषय बताया जा रहा है.

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जाट, राजपूत ओर एससी मतदाताओं की बीजेपी से नाराजगी टोंक-सवाई माधोपुर संसदीय सीट पर एक बार फिर से 15 साल बाद उलटफेर की संभावनाओं को बल दे रही है, इससे कांग्रेस के खेमे में आशा और उम्मीद दिखाई दे रही है.

आखिरकार 15 साल बाद कांग्रेस की उम्मीदों को लगा पंख 

टोंक सवाई माधोपुर सीट पर 26 अप्रैल को हुए मतदान के दौरान अल्पसंख्यक और एसटी ओर एससी बाहुल्य मतदान केंद्रों पर मतदान बढ़ा,.वहीं, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की विधानसभा टोंक में 61 फीसदी से अधिक मतदान ने कांग्रेस की उम्मीदों को पंख दे दिया है, जबकि बीजेपी की उम्मीदों वाले मालपुरा और निवाई विधानसभा क्षेत्र में मतदान कम हुआ है.

मुख्य मुकाबला हरीश मीणा और सुखबीर जौनापुरिया के बीच

लोकसभा चुनाव 2024 में टोंक सवाई माधोपुर लोकसभा सीट पर 11 प्रत्याशी मैदान में है, लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस के हरीश मीणा ओर बीजेपी के सुखबीर जौनापुरिया के बीच है. 26 अप्रैल को दूसरे चरण राजस्थान की 13 सीटों में हुए मतदान में सबसे कम मतदान टोंक सवाई माधोपुर पर हुआ है.

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2014 ओर 2019 के लोकसभा चुनाव से भी कम हुआ मतदान

बीजेपी प्रत्याशी सुखबीर सिंह जौनापुरिया को इस चुनाव अपनी ही पार्टी में विरोध का सामना करना पड़ा, जिसकी शुरुआत टिकट मांगने से हुई और मतदान तक विरोध और भीतरघात का असर नजर आया. परिणाम स्वरूप द्वित्तीय चरण में इस सीट पर सबसे कम मतदान 56.58 प्रतिशत हुआ. यह 2014 के 61 प्रतिशत ओर 2019 के 63.44 प्रतिशत से कम है.

8 विधानसभा सीटों वाले टोंक-सवाई माधोपुर में सर्वाधिक मतदान टोंक में 61.8 फीसदी हुआ. वहीं, गंगापुर सिटी में 55.88, सवाई माधोपुर में 55.74 खण्डार में 59.02, बामनवास में 53.03, देवली-उनियारा में 59.69, मालपुरा-टोडारायसिंह में 55.08 व निवाई में 52.58 फीसदी हुआ.

मालपुरा विधानसभा में 55.08% ओर निवाई में 52.98 % मतदान 

टोंक सवाई माधोपर संसदीय क्षेत्र के टोंक विधानसभा में इस चुनाव बंपर वोटिंग हुई. टोंक विधायक सचिन पायलट के विधानसभा में इस बार  61 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ. 2014 ओर 2019 में बीजेपी को सर्वाधिक लीड देने वाली टोंक की दो विधानसभाओंमालपुरा 55.08 ओर निवाई में 52.98 वोट प्रतिशत मतदान हुआ.

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हरीश मीणा का दावा, हमारे वोटर्स ने घर से निकलकर वोट डाले

मतदान संपन्न होने के बाद कम मतदान के सवाल पर मीडिया से बात करते हुए काग्रेस प्रत्याशी हरीश मीणा ने कहा कि कांग्रेस के मतदाताओं ने घर से निकलकर वोट डाले है. उन्होंने कहा दूसरी पार्टी के हाल पर उन्हें कुछ नहीं कहना है बता दें, हरीश मीणा शनिवार को कांग्रेस कार्यालय पंहुचे कार्यकर्ताओ को बुलाया गया वह सभी का आभार जताया. 

बीजेपी प्रत्याशी ने नहीं की मीडिया से बात खेमे में छाया सन्नाटा 

बीजेपी प्रत्याशी सहित बीजेपी का प्रदेश नेतृत्व भी पिछले 10 सालों से बीजेपी के कब्जे वाली इस संसदीय सीट पर सबसे कम 56.58 प्रतिशत मतदान के चलत चिंता में है. अभी तक बीजेपी प्रत्याशी ने मीडिया को कोई प्रतिक्रिया नही दी है. ग्राउंड जीरो पर मतदान प्रतिशत कम होने को लेकर अंतर विरोध की कहानी साफ दिख ऱही है.

टोंक विधानसभा में सबसे अधिक 61.8 फीसदी मतदान हुआ

8 विधानसभा सीटों वाले टोंक-सवाई माधोपुर में सबसे ज्यादा मतदान टोंक में 61.8 फीसदी हुआ. वहीं, गंगापुर सिटी में 55.88 फीसदी, सवाई माधोपुर में 55.74 फीसदी, खण्डार में 59.02 फीसदी ,बामनवास में 53.03 फीसदी, देवली-उनियारा में 59.69 फीसदी,मालपुरा-टोडारायसिंह में 55.08 फीसदी और निवाई में 52.58 फीसदी मतदान हुआ.

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