Rajasthan Election 2023: राहुल गांधी को 'रावण' बताना BJP को पड़ा भारी, जेपी नड्डा और अमित मालवीय के खिलाफ कोर्ट पहुंची कांग्रेस

याचिका में दावा किया गया है, 'आरोपियों ने पांच अक्टूबर को जानबूझकर गलत इरादे से उक्त पोस्ट प्रसारित किया और उनका उद्देश्य कांग्रेस व उससे जुड़े लोगों की प्रतिष्ठा को धूमिल करना तथा राजनीतिक लाभ हासिल करना है.'

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जयपुर:

Rajasthan News: कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा एक पोस्टर में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को 'दशानन' के रूप में चित्रित करने को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (J. P. Nadda) और पार्टी के आईटी प्रकोष्ठ के प्रभारी अमित मालवीय (Amit Malviya) के खिलाफ अदालत का रुख किया है.

9 अक्टूबर को होगी सुनवाई

कांग्रेस नेता और पार्टी के प्रदेश महासचिव जसवंत गुर्जर ने भाजपा के इन नेताओं के खिलाफ जयपुर मेट्रोपॉलिटन कोर्ट-दो में याचिका दायर की है, जिस पर नौ अक्टूबर को सुनवाई होगी. भाजपा ने गुरुवार को राहुल गांधी को 'दशानन' के रूप में दर्शाते हुए एक तस्वीर साझा की थी और उन्हें ‘नये युग का रावण' करार दिया था. गुर्जर ने कहा, 'अदालत ने याचिका स्वीकार कर ली है और मामले की सुनवाई के लिए नौ अक्टूबर की तारीख तय की गई है.'

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याचिका में लगाए ये आरोप

गुर्जर ने अपनी याचिका में अदालत से भाजपा के दोनों नेताओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 499 (किसी अन्य व्यक्ति के खिलाफ गलत आरोप लगाना), 500 (मानहानि) और 504 (जानबूझकर अपमान) के तहत मामला दर्ज करने तथा उसकी सुनवाई करने की गुहार लगाई है. याचिका में दावा किया गया है, 'आरोपियों ने पांच अक्टूबर को जानबूझकर गलत इरादे से उक्त पोस्ट प्रसारित किया और उनका उद्देश्य कांग्रेस व उससे जुड़े लोगों की प्रतिष्ठा को धूमिल करना तथा राजनीतिक लाभ हासिल करना है.'

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देशभर में कांग्रेस का प्रदर्शन

गौरतलब है कि पोस्टर के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने देशभर में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया है. पोस्टर में गांधी को कई सिरों के साथ दिखाया गया था, जिसका शीर्षक था "भारत खतरे में है - एक कांग्रेस पार्टी प्रोडक्शन. जॉर्ज सोरोस द्वारा निर्देशित". पोस्टर के साथ बीजेपी की पोस्ट में कहा गया है, 'नए युग का रावण यहां है. वह दुष्ट है. धर्म विरोधी है. राम विरोधी है. उसका उद्देश्य भारत को नष्ट करना है.' हंगरी में जन्मे अमेरिकी फाइनेंसर, परोपकारी और कार्यकर्ता जॉर्ज सोरोस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आलोचनात्मक टिप्पणी करने के बाद भाजपा के निशाने पर आ गए थे.

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