Mandawa News: मंडावा विधायक रीटा चौधरी और प्रशासन के बीच रविवार को चुड़ैला गांव में उस समय टकराव की स्थिति बन गई, जब विधायक निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) भवन का लोकार्पण करने पहुंचीं थीं. प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने यह कहते हुए कार्यक्रम को रोक दिया कि भवन का हैंडओवर प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है. इस दौरान मौके पर हंगामा, नारेबाजी और अफरातफरी का माहौल बन गया.
हालात बिगड़ने की आशंका के चलते प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात कर दिया. तीन थानों की पुलिस के साथ एडिशनल एसपी साइबर हेमंत सिंह, सीओ रामखिलाड़ी, एसडीएम और तहसीलदार मलसीसर व बिसाऊ भी मौके पर पहुंचे. गांव में सुबह से ही छावनी जैसा माहौल बना रहा. जैसे ही विधायक मंच की ओर बढ़ीं, अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया, जिस पर उन्होंने तीखी नाराजगी जताई और कहा “आपको जनता के टैक्स से सैलरी मिलती है, मुझे किस आदेश के तहत रोका जा रहा है?”
''प्रशासन ने साजिश के तहत कार्यक्रम रुकवा दिया''
विधायक रीटा चौधरी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार हारे हुए उम्मीदवारों के दबाव में काम कर रही है. उन्होंने कहा कि यह पीएचसी कांग्रेस सरकार में उनके प्रयासों से स्वीकृत हुई थी, बजट मंजूर करवाया गया और काम शुरू करवाया गया. ग्रामीण चाहते थे कि लोकार्पण वे ही करें, लेकिन प्रशासन ने साजिश के तहत कार्यक्रम रुकवा दिया.
उनसे धक्का-मुक्की की गई और विधायक- विधायक रीटा चौधरी
विधायक ने पुलिस पर बल प्रयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि “कल तक सब सामान्य था, फिर अचानक इतनी बड़ी फोर्स क्यों लगा दी गई?” उन्होंने कहा कि सरकारी भवन को अपराध स्थल की तरह घेर लिया गया, टेंट और कुर्सियां उखाड़ दी गईं और उन्हें भवन के अंदर जाने से रोक दिया गया. विधायक ने दावा किया कि उनसे धक्का-मुक्की की गई और विधायक प्रोटोकॉल की अनदेखी हुई.
जब प्रशासन ने उद्घाटन की अनुमति नहीं दी, तो विधायक ने ग्राम पंचायत भवन में एक टेबल पर पट्टिका रखकर प्रतीकात्मक रूप से पीएचसी का उद्घाटन किया. इस मौके पर सरपंच बिमला तिलोटिया, प्रधान घाशीराम पुनिया, सरपंच संघ के प्रतिनिधि और आसपास के कई गांवों के जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.
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