राजनीति में धर्म हो, धर्म की राजनीति ना हो... राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बीच बोले कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ

कांग्रेस के जाने माने राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ आज एक दिन के दौरे पर जोधपुर पहुंचे. यहां पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में नई सरकार बन गई है लेकिन अभी तक कोई बड़ा काम नहीं हुआ है.

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कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ.
जोधपुर:

Gaurav Vallabh visit Jodhpur: अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होने वाला है. इस कार्यक्रम को लेकर के देश अब दो धड़ों में बंट गया है. एक तो वह लोग हैं जो इस कार्यक्रम में डूब कर राममयी हो रहे हैं. तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी और अन्य लोग हैं जो इस पूरे कार्यक्रम को एक राजनीतिक एजेंडा बता रहे हैं.

थम नहीं रही तीखी बयानबाजी

इन दिनों कांग्रेस और भाजपा में राम मंदिर को लेकर एक-दूसरे पर तीखी बयानबाजी थमने का नाम नही ले रही है. जहां इसी बीच रविवार को कांग्रेस के तेज तर्रार राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ एक दिवसीय दौरे पर जोधपुर पहुंचे. इस मौके पर स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया.

प्रदेश बेरोजगारी के मामले में दूसरे स्थान

जोधपुर सर्किट हाउस में मीडिया से औपचारिक बात करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव कहा कि प्रदेश में नई सरकार बन गई लेकिन अभी तक कोई काम नही हो रहा है. प्रदेश आज बेरोजगारी के मामले में दूसरे स्थान पर पहुँच गया है. सरकार भले ही योजनाओं का नाम बदले लेकिन अच्छी योजनाओं को बंद ना करे. इसी के साथ उन्होंने कहा कि सरकार आगामी विधानसभा में बेरोजगारी युवाओं को राहत दिलाने के लिए कुछ काम करे.

पूर्व राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज से शुरू हो रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू की है. जिसमें राजनीति नही बल्कि 14 राज्यों की जनता के चेहरे पर खुशी हो न्याय मिले यही उस यात्रा का उद्देश्य है.

घोषणाओं को पूरा करे बीजेपी 

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने आगे कहा कि बीजेपी जो घोषणाएं की उनको वह पूरा करे. गौरव वल्लभ ने अयोध्या के निमंत्रण पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया के बाद भाजपा द्वारा खड़े किए जा रहे सवाल का पलटवार करते हुए कहा कि यह पार्टी का निर्णय है.

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'राजनीति में धर्म हो ना की धर्म की राजनीति'

धर्म के मामले में हम शंकराचार्य जी से राय लेते है. जहां तक मेरा व्यक्तिगत मत है तो मैं तो मंदिर जाउंगा. उन्होंने कहा कि 'राजनीति में धर्म हो ना की धर्म की राजनीति' हो. हर व्यक्ति जो अंतिम पंक्ति में बैठा है उसके चेहरे पर खुशी हो वही सुशासन है.

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