जालौर और सांचौर जिले में पिछले 48 घंटे से हो रही लगातार बारिश के चलते जिले के किसानों को भारी नुकसान हुआ है. बारिश के चलते किसानों के खेतों में खड़ी बाजरा, मूंग, तिल की फसलें पूरी तरीके से बर्बाद हो चुकी हैं .जिसे लेकर किसान अब मुआवजे की मांग कर रहे हैं, लेकिन गिरदावरी करने वाला ऐप भी काम नहीं कर रहा है. ऐसे में किसानों को दोहरी मार का शिकार होना पड़ रहा है. बारिश की वजह से लोगों की मौत की खबरें भी हैं. सांचौर में एक अधेड़ के नाले में बह जाने के 14 घंटे बाद शव को बाहर निकाला गया. जवाई बांध के गेट खोलने के चलते जवाई नदी तेज वेग के साथ बह रही हैं
राजस्व अधिकारी ऐप में तकनीकी ख़ामी की वजह से मुआवज़े में देरी
जालौर में सांचौर दो जिलों में किसानों को इस बार खरीफ़ की फसल में हुए नुकसान के आकलन को लेकर 1 सितंबर से शुरू होने वाली गिरदावरी अब राजस्व अधिकारी ऐप में टेक्निकल प्रॉब्लम की वजह से रुकी हुई पड़ी है. इसके चलते किसानों को बारिश की वजह से हुए नुकसान का आकलन भी नहीं हो पा रहा है. ऐसे में गिरदावरी नहीं होने की वजह से क्रॉप कटिंग भी नहीं हो पाएगी. इस बार बारिश के अभाव में फैसले चौपट हो गई है. ऐसे में जालोर और सांचौर जिले के 10 तहसीलों में क़रीब 5 लाख हैक्टर फसलों को मुआवज़ा नही नहीं मिल पाएगा.
किसानों के 360 करोड़ रुपये तक के नुकसान का अंदाजा
जालौर और सांचौर जिले में कुल खरीफ़ की बुवाई 5 लाख 75 हज़ार हेक्टेयर में हुई जिसमे से 5 लाख हैक्टर में लगभग 80 से 85 % नुकसान का अनुमान है. ऐसे में दोनो जिलों के किसानों के 3.60 अरब रूपए का नुकसान होने का अंदाजा लगाया गया है.
दोनो जिलों में कुल बाजरा की बुराई 3.25 लाख हैक्टर में हुई जिसका किसान को खर्च 1 हैक्टर के हिसाब से 8 हजार आता है. इसी प्रकार मूंग की फसल 70 हजार हैक्टर में बुआई हुई जिसकी किसान को खर्च 1 हैक्टर के हिसाब से 10 हजार आता है. वहीं ग्वार की फसल 30 हज़ार हेक्टेयर में बुआई की गई जिस पर किसान को प्रति एक हेक्टर 10 हज़ार का खर्चा आता है.
जवाई नदी भी उफान पर
पिछले 48 घंटे से लगातार हो रही तेज बारिश के चलते जवाई बांध के गेट खोलने के चलते जवाई नदी तेज वेग के साथ बह रही हैं . जवाई नदी को लेकर जालोर जिला कलेक्टर निशांत जैन ने अलर्ट जारी करते हुए जालोर, सायला और आहोर क्षेत्र के सभी एसडीएम, बीडीओ व तहसीलदार को सतर्क रहने के निर्देश दिए हुए हैं.
नाले में बहने से अधेड़ की मौत
सांचौर में रविवार को खुले नाले में बहे अधेड़ का शव 14 घंटे बाद झाड़ियों से निकाला गया. रविवार दोपहर को हुई मूसलाधार बारिश के बाद हाड़ेचा रोड महावीर जीव दया गौशाला के पास खुले नाले में अरविंद कुमार बह गए थे. सोमवार को 14 घंटे बाद सुबह अरविंद का शव झाड़ियों में नजर आया. इसके बाद प्रशासन को सूचना दी गई. जानकारी मिलते ही एनडीआरएफ और नगर परिषद की टीम पहुंची और शव को झाड़ियों से बाहर निकाल कर मोर्चरी में रखवाया. वहीं, इस मामले में नगर परिषद की लापरवाही मानते हुए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर परिजनों के साथ शहरवासी कलेक्टर ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए हैं.