सांसद मुरारी लाल मीणा की करीबी दौसा नगर परिषद सभापति ममता चौधरी निलंबित, DLB ने जारी किया लेटर

स्वायत शासन विभाग के पत्र का दौसा नगर परिषद सभापति ममता चौधरी संतोष जनक जवाब नहीं दे पाई . जिसके चलते आज ममता चौधरी पर डीएलबी की यह गाज गिरी है .

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Rajasthan News: राजस्थान में एक के बाद एक नगर पालिका अध्यक्षों पर कार्रवाई की जा रही है. हाल ही में जयपुर हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर पर स्वायत्त शासन विभाग  (DLB) द्वारा कार्रवाई कर उन्हें निलंबित किया गया है. वहीं दौसा के महवा नगर पालिका अध्यक्ष नर्वदा देवी गुर्जर पर कार्रवाई कर स्वायत्त शासन विभाग ने उन्हें निलंबित किया था. अब स्वायत्त शासन विभाग ने दौसा नगर परिषद सभापति ममता चौधरी को निलंबित किया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि ममता चौधरी को दौसा सांसद मुरारी लाल मीणा की करीबी माना जाता है.

शिकायत के बाद मांगा गया था जवाब

दौसा नगर परिषद सभापति ममता चौधरी को स्वायत्त शासन विभाग ने सोमवार (7 अक्टूबर) को पद से निलंबित कर दिया है. स्वायत्त शासन विभाग जयपुर में अधिकृत पत्र जारी कर बताया है कि ममता चौधरी दौसा नगर परिषद सभापति के खिलाफ पिछले कई दिनों से भ्रष्टाचार कार्यों में अनियमितता और पद के दुरुपयोग की शिकायत मिल रही थी. जिसके लिए ममता चौधरी से डीएलबी में एक पत्र लिखकर उक्त मामले में संतोषजनक जवाब देने की मांग की थी.

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इधर स्वायत शासन विभाग के पत्र का दौसा नगर परिषद सभापति ममता चौधरी संतोष जनक जवाब नहीं दे पाई. जिसके चलते आज ममता चौधरी पर डीएलबी की यह गाज गिरी है.

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स्वायत्त शासन विभाग जयपुर में ममता चौधरी के खिलाफ की गई पद से बर्खास्त की कार्रवाई पर बताया कि नगर परिषद, दौसा का कृत्य राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 2009 की धारा 39 (1) (घ) (i) (ii) (iii) (vi) के तहत पाये जाने एवं उनके सभापति के पद पर बने रहने से विचाराधीन न्यायिक जांच को प्रभावित करने की संभावना के मध्यनजर राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 2009 की धारा 39 (6) के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राज्य सरकार ममता चौधरी, सभापति, नगर परिषद,दौसा को सभापति एवं सदस्य नगर परिषद, दौसा के पद से तुरन्त प्रभाव से निलंबित कर दिया है.

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ममता चौधरी पर पहले भी लग चुका है आरोप

बता दें कि दौसा नगर परिषद की ममता चौधरी ऐसी पहली सभापति है जिसके खिलाफ कई बार पार्षदों में भ्रष्टाचार मनमानी तथा धांधली करने तक के आरोप लगाए गए. क्योंकि उस समय इन आरोपों पर ध्यान नहीं दिया और जैसे ही सरकार बदली तो माना जा रहा है कि शासन विभाग तुरंत हरकत में आयी. आज सभापति को उसके पद से निलंबित कर दिया. ध्यान रहे हाल ही में कुछ दिन पूर्व नगर परिषद दौसा पर बिजली विभाग का करोड़ों रुपए का बिजली बिल बकाया होने के चलते कनेक्शन भी विच्छेद कर दिया था. जिसमें जिला कलेक्टर को हस्तक्षेप करना पड़ा था.

मुरारी लाल मीणा की करीबी है ममता चौधरी

ममता चौधरी पहली बार पार्षद बनी थी. वहीं पहली बार पार्षद बनने के बाद ही नगर परिषद सभापति के लिए चुनी गई. बताया जाता है कि पूर्व राज्य मंत्री और वर्तमान सांसद मुरारी लाल मीणा की वजह से ममता चौधरी को सभापति पद के लिए चुना गया था. ऐसे में ममता चौधरी की निलंबन के बाद मुरारी लाल मीणा और कांग्रेस के लिए झटका माना जा रहा है.

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