दौसा RTO जगदीश अमरावत हुए निलंबित, VIP नंबर अलॉटमेंट का हो रहा था बड़ा खेल

परिवहन विभाग में पुराने 7 डिजिट वाहन नंबरों की आवंटन प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई थी, जिसकी विभागीय जांच में सामने आया कि नंबरों के बैकलॉग में अनियमितताएं हुई थीं.

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Dausa RTO Suspend: सवाई माधोपुर में VIP नंबरों के अलॉटमेंट में बड़ी गड़बड़ी सामने आने के बाद दौसा RTO जगदीश अमरावत को निलंबित कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि VIP नंबरों के अलॉटमेंट को लेकर बड़ा खेल किया जा रहा था. पुराने 7 डिजिट नंबरों को लेकर विभाग में गड़बड़ी की सूचना मिली थी. वहीं इस मामले में विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आई है. इसके बाद RTO जगदीश अमरावत को निलंबित कर दिया गया है. यह सारा खेल सवाई माधोपुर में चल रहा था.

क्या हो रहा था विभाग में खेल

जानकारी के अनुसार, दौसा RTO के अधीन सवाई माधोपुर जिले में 7 डिजिट वाले पुराने और VIP नंबर जारी हो रहे थे. इसमें उन वाहनों के नंबर नए वाहनों पर दिए जा रहे थे, जिनका कोई अस्तित्व था ही नहीं. ऐसे में RTO से सवाई माधोपुर की रिपोर्ट मांगी गई थी. RTO अमरावत इसकी रिपोर्ट नहीं दे पाए. इस वजह से जगदीश अमरावत को निलंबित कर दिया गया.

जानकारी के अनुसार परिवहन विभाग में पुराने 7 डिजिट वाहन नंबरों की आवंटन प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आई थी, जिसकी विभागीय जांच में सामने आया कि नंबरों के बैकलॉग में अनियमितताएं हुई थीं. यानी उन वाहनों के नंबर जारी हुए थे जो अस्तित्व में थे ही नहीं. अपर आयुक्त रेणु खंडेलवाल की रिपोर्ट में परिवहन विभाग के कार्मिकों की मिलीभगत मानी गई है.

आरटीओ अमरावत ने जांच रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की

प्रकरण में परिवहन मुख्यालय ने नंबरों के अनियमित आवंटन पर आरटीओ जगदीश अमरावत से रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन आरटीओ अमरावत ने जांच रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की. इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए मुख्यालय ने मंत्रालय को उनके निलंबन की अनुशंसा भेजी थी. जिसके बाद आरटीओ के निलंबन की कार्रवाई की गई है.

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बताया जा रहा है कि विभाग अब इस पूरे मामले में व्यापक स्तर पर जिम्मेदारी तय करने, नंबर आवंटन की गहन जांच पड़ताल करने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है. वहीं मिलीभगत करने वाले कार्मिकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाने के आदेश जारी किए गए है.