Dausa: नन्हें हाथों में कलम की जगह सिर पर बोझ उठाते नज़र आए मासूम

राजस्थान में एक बेहतर शिक्षा को मॉडल तैयार करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा रोज नए-नए दावे किए जाते हैं. लेकिन, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो ने सरकार के सभी दावों अब सवाल खड़े कर दिए हैं.

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सिर पर कार्टून उठा कर स्कूल के अंदर जाते मासूम

स्वतंत्रता दिवस के एक दिन बाद जिले के बसवा कस्बे के एक सरकारी उच्च माध्यमिक विद्यालय में देश के भविष्य नौनिहालों को हाथों में बोझ उठा कर चलने वाला वीडियो खूब वायरल हुआ. ये हाथ थे, जिन्होंने मंगलवार को राष्ट्रीय तिरंगे को सलामी दी थी, लेकिन दूसरे दिन बुधवार को यही मासूम स्कूल में दूध के पाउडर से भरे कार्टून को सिर पर रखकर ढ़ो रहे थे.

वायरल वीडियो में बसवा के उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेन्द्र बैरवा और स्टाफ के कई सदस्य दिख रहे थे, जिनके सामने मासूम दूध के पाउडर के कार्टूनों को सिर पर उठा रखा है और उन्हें विद्यालय में लेकर जाते हुए देखा जा सकता है.

गौरतलब है प्रदेश में मुखिया अशोक गहलोत के नेतृत्व में शिक्षालयों को उत्कृष्ठ बनाने के लिए लगातार दिशानिर्देश दिए जा रहे हैं. राजस्थान में एक बेहतर शिक्षा को मॉडल तैयार करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा रोज नए-नए दावे किए जाते हैं. लेकिन, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो ने सरकार के सभी दावों अब सवाल खड़े कर दिए हैं.

वायरल वीडियो में बसवा के उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेन्द्र बैरवा और स्टाफ के कई सदस्य दिख रहे थे, जिनके सामने मासूम दूध के पाउडर के कार्टूनों को सिर पर उठा रखा है और उन्हें विद्यालय में लेकर जाते हुए देखा जा सकता है. यह वीडियो स्कूल में बच्चों से मजदूरी कराने का उत्कृष्ठ उदाहरण कहा जा सकता है।  

रिपोर्ट के मुताबिक बसवा के उच्च माध्यमिक विद्यालय के स्टाफ की कमी के कारण मासूमों को दूध पाउडर के कार्टूनों को उनके सिर पर रखवा दिया गया. यह वीडियो सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली बच्चों की दशा-दिशा के लिए चिंतित करता है. इस मामले पर बसवा के सीबीईओ ने नाराजगी जाहिर की और कहा कि जांच के बाद स्कूल प्रशासन के खिलाफ कठोर कदम उठाए.
 

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