Jammu and Kashmir Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर में 9 जून को आतंकी हमले में मारे गए राजस्थान के चार तीर्थयात्रियों के शवों को ट्रेन से जयपुर लाया गया है. मारे जाने वाले चारों लोग एक ही परिवार के सदस्य थे जिनमें दो वर्ष का एक बच्चा लिवांश भी शामिल है. बच्चे की मां पूजा सैनी की भी मौत हो गई थी जबकि पिता पवन घायल हैं. हमले में इसी परिवार के राजेंद्र सैनी और उनकी पत्नी ममता सैनी की भी मौत हो गई. उनके दो बेटे और एक बेटी हैं. तीनों बच्चों के सिर से मां-बाप का साया हट जाने के बाद उनके परिजनों ने बच्चों के लिए सरकारी नौकरी और मुआवजे की मांग की है. उन्होंने मुरलीपुरा थाने के बाहर धरना भी दिया. भाजपा के राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने उनके बच्चों को गोद लेने का ऐलान किया है.
स्टेशन पर हर किसी की आंखें नम
मंगलवार (11 जून) सुबह ट्रेन से चारों मृतकों के शव जयपुर जंक्शन पर पहुंचे. कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित, एडीएम साउथ शैफाली कुशवाहा और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी स्टेशन पर मौजूद थे. सुबह 8 बजे से ही अधिकारी जंक्शन पर मौजूद थे. पूजा एक्सप्रेस सुबह करीब साढ़े 9 बजे जयपुर जंक्शन पहुंची. पूरा माहौल गमगीन हो गया. जब रेस्क्यू करने वाली टीक के कर्मचारी शवों को उतारने के लिए ट्रेन में चढ़े तो मृत बच्चे और अन्य शवों को देखकर उनके हाथ भी कांप उठे.
पाकिस्तान और आतंकवादियों के प्रति गुस्सा
कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित के साथ पुलिस अधिकारियों की आंखें नम हो गईं. रेलवे स्टेशन पर इस दौरान बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए. हर किसी के चेहरे पर आतंकवादियों को लेकर गुस्सा साफ दिख रहा था. लोगों ने पाकिस्तान पर आतंकवादियों को समर्थन देने का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ नारे लगाए.
जयपुर से माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जम्मू गया था परिवार
राजस्थान के जयपुर जिले के चौमू से 5 लोग माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए गए थे. राजेंद्र प्रसाद सैनी पत्नी ममता देवी, पवन कुमार सैनी और उनकी पत्नी पूजा सैनी एक बच्चा लिवांश साथ में वैष्णो देवी के दर्शन करने गए थे. दर्शन करके वापस आ रहे थे कि आंतकवादियों ने बस पर फायरिंग शुरू कर दी थी. राजेंद्र सैनी, उनकी पत्नी ममता सैनी, पूजा सैनी और उसका बेटा लिवांश की मौत हो गई. चारों के शवों को 11 जून को जयपुर लाया गया.
जम्मू और रियासी में घायलों का इलाज
इस घटना में 9 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गए. गंभीर रूप से घायल लोगों का जम्मू और रियासी ज़िलों के तीन अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है. इनमें 10 तीर्थयात्री आतंकवादियों की गोलियों से घायल हुए हैं. घायल तीर्थयात्रियों की उम्र 3 वर्ष से 50 वर्ष के बीच है.
ज्यादातर तीर्थयात्री यूपी के थे
रविवार को 53 सीटों वाली एक यात्री बस शिव खोरी मंदिर से कटरा जा रही थी. इसमें ज्यादातर तीर्थयात्री उत्तर प्रदेश के थे. शाम 6.10 बजे पोनी नाम के इलाके में एक तेर्यथ गांव के पास आतंकवादियों ने बस पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं जिसके बाद बस गहरे खड्ड में गिर गई.