इस कस्बे में आज नहीं खुली कोई दुकान, 38 संगठनों ने किया बंद का ऐलान, जानें क्या हैं मांग?

संघर्ष समिति के आह्वान पर बुधवार को रखे गए बंद का असर इतना रहा कि बाजार पूरी तरह बंद रहा. इस दौरान आवश्यक सेवाएं जैसे- दूध, मेडिकल व क्लीनिक भी बंद रहे. स्कूल कॉलेज भी बंद रहे. आसपास की ग्राम पंचायतों के सामाजिक, धार्मिक व सांस्कृतिक संगठनों ने भी बंद को समर्थन किया.

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ग्रामीणों ने किया हड़ताल दुकानें रखी बंद
श्रीगंगानगर:

राजस्थान के अनूपगढ़ जिले में शामिल जैतसर उपतहसील को श्रीगंगानगर जिले में शामिल करने की मांग को लेकर बुधवार को कस्बे में बंद और धरना हुआ. जैतसर संघर्ष समिति के आह्वान पर कस्बे की सभी दुकानें, आवश्यक सेवाएं, स्कूल और कॉलेज बंद रहे. संघर्ष समिति के सदस्य गांधी चौक पर धरने पर बैठे.

धरने पर बैठे जैतसर सरपंच रविन्द्र बाघला ने बताया कि, 'सीमांकन सही न होने से जैतसर उपतहसील को अनूपगढ़ में शामिल कर दिया गया, जबकि यह श्रीगंगानगर का हिस्सा है. उपतहसील का हिस्सा अनूपगढ़ जिले में कर देने से ग्रामीणों को अनेक परेशानियां आ रही हैं. अनेक कार्यालय छोटे कर दिए गए हैं व कुछ का दायरा सीमित कर दिया गया है.' ग्रामीणों ने उपतहसील को श्रीगंगानगर जिले में शामिल करने का समर्थन किया. इसके लिए उन्होंने संघर्ष को गति प्रदान करने व रामलुभाया कमेटी से दुबारा मिलने की बात कही.

नहीं खुली कोई दुकान

संघर्ष समिति के आह्वान पर बुधवार को रखे गए बंद का असर इतना रहा कि बाजार पूरी तरह बंद रहा. इस दौरान आवश्यक सेवाएं जैसे- दूध, मेडिकल व क्लीनिक भी बंद रहे. स्कूल कॉलेज भी बंद रहे. आसपास की ग्राम पंचायतों के सामाजिक, धार्मिक व सांस्कृतिक संगठनों ने भी बंद को समर्थन किया.

दो दिन बाद जाएंगे जयपुर

जैतसर उपतहसील को अनूपगढ़ जिले से हटाकर श्रीगंगानगर जिले में शामिल करने की मांग को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल दो दिन बाद जयपुर जाएगा. एक दिन पूर्व धरनास्थल पर हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार या शनिवार को जयपुर में जिला बनाओ समिति के अध्यक्ष रामलुभाया कमेटी से मिलेगा. जयपुर जाने के लिए गुरुवार को धरनास्थल पर ही कमेटी का चयन किया जाएगा.

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