राजस्थान में काले हिरण के शव को फ्रिज में रख कर सड़क पर प्रदर्शन, शिकारी की गोली लगने से हुई हिरण की मौत

Kala Hiran Shikar Incident: रविवार को सूरतगढ़ के 9 डीबीएन की रोही में एक हिरण घायल अवस्था में मिला था जिसके गोली लगी हुई थी. जब किसान की सूचना पर हिरण को अस्पताल ले जाया जा रहा था तो उसने रास्ते में दम तोड़ दिया. जिसके बाद वन्यजीव प्रेमियों में आक्रोश फैल गया और हिरण के शव के साथ धरना शुरू कर दिया गया.  

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Sri Ganganagar News: श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ के वन क्षेत्र में काले हिरण के शिकार मामले में लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. रविवार दोपहर से शुरू हुआ धरना रात भर जारी रहा. धरने पर बैठे लोग जिला वन अधिकारी और सूरतगढ़ वन रेंजर को सस्पेंड करने की मांग कर रहे हैं.

प्रशासन की वार्ताओं में नहीं बनी बात 

धरने पर बैठे लोग श्रीगंगानगर डीएफओ दिलीप राठौड़ और सूरतगढ़ रेंजर वेदप्रकाश को हटाने की मांग कर रहे हैं. इसके साथ-साथ शिकारियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की मांग भी की जा रही है. जीव रक्षा दाल के मुकेश सुथार ने बताया कि विभाग के उच्चाधिकारियों और जिला कलक्टर को धरने पर बुलाने की मांग की जा रही है. लेकिन प्रशासन इस और ध्यान नहीं दे रहा है. बल्कि जिन अधिकारियों को सस्पेंड करने की मांग की है उन्हीं को वार्ता के लिए भेज दिया. रविवार शाम प्रशासन की और से दो वार्ताएं हुईं लेकिन दोनों ही विफल रही.

हिरण को लगी थी गोली 

ऐसे में लोग रात भर हिरण के शव के साथ धरने पर बैठे रहे. बता दें कि रविवार को सुबह सूरतगढ़ के 9 डीबीएन की रोही में एक हिरण घायल अवस्था में मिला था जिसके गोली लगी हुई थी. जब किसान की सूचना पर हिरण को अस्पताल ले जाया जा रहा था तो उसने रास्ते में दम तोड़ दिया. जिसके बाद वन्यजीव प्रेमियों में आक्रोश फैल गया और हिरण के शव के साथ धरना शुरू कर दिया गया.

पहले भी हो चुकी हैं शिकार की कई घटनाएं 

बता दें कि पहले भी श्रीगंगानगर जिले में हिरणों के शिकार की कई घटनाएं सामने आ चुकी है. लोगों का कहना है कि वन विभाग इस पर बिल्कुल भी संजीदा नहीं है. पिछले दो महीनों में दो बार पहले भी हिरणों के शिकार घटनाएं सामने आ चुकी हैं. लोगों का आरोप है कि घटना की सूचना देने पर भी वन विभाग की टीम हमेशा देरी से पहुँचती है. 

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करणपुर विधायक ने विधानसभा में उठाया था मुद्दा 

हिरण शिकार के मामले को लेकर करणपुर विधायक रूपेंद्र कुन्नर ने विधानसभा में मुद्दा उठाया था और हिरणों के शिकार पर अंकुश लगाने की मांग की थी. विधायक रूपेंद्र कुन्नर ने वन विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली को दुरुस्त करने की मांग की थी. 

चार संदिग्ध लोगों को किया डिटेन 

उधर डीएफओ दिलीप सिंह राठौड़ ने कहा कि इस मामले को लेकर चार संदिग्ध लोगों को डिटेन किया है. जिनसे लगातार पूछताछ की जा रही है. वहीं धरने पर बैठे लोगों ने कहा कि धरने को समाप्त करने के लिए डिटेन किया गया है और पूछताछ के नाम पर लीपापोती की जा रही है.

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