राजस्थान में डॉक्टरों की छुट्टी कैंसिल, स्पेशल OPD चलाने का आदेश; मौसमी बीमारियों पर सरकार अलर्ट

राजस्थान में डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. विभागीय के कर्मचारी बहुत जरूरी स्थिति में ही अनुमति के बाद छुट्टी ले सकेंगे. 

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Rajasthan News: लगातार बारिश के बाद राजस्थान में मौसम बीमारियों का प्रकोप बढ़ने लगा है. चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर (Gajendra Singh Khimsar) ने मंगलवार को उच्च स्तरीय बैठक में मौसमी बीमारियों की स्थिति की समीक्षा की. इसके बाद राज्य के बड़े अस्पताल में मौसमी बीमारियों से जुड़ी ओपीडी (OPD) चलाने का आदेश दिया. इसके अलावा राज्य में डॉक्टरों और अन्य मेडिकल स्टॉफ की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई हैं. 

मेडिकल स्टाफ की छुट्टी कैंसिल 

एक बयान के अनुसार, चिकित्सा मंत्री (Rajasthan Health Minister) ने मौसमी बीमारियों के बेहतर इलाज के लिए विभागीय अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहते हुए पुख्ता प्रबंधन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. साथ ही राज्य के बड़े अस्पताल में मौसमी बीमारियों के लिए ओपीडी का संचालन किया जाएगा. प्रदेश में डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. विभागीय के कर्मचारी बहुत जरूरी स्थिति में ही अनुमति के बाद छुट्टी ले सकेंगे. 

डॉक्टरों को अस्पताल में मौजूद रहने का आदेश

बैठक में मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि अस्पतालों में मौसमी बीमारियों के रोगियों को जरूरी इलाज आसानी से मिले, इसके लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त व्यवस्थाएं की जाएं. उन्होंने कहा कि बेड, दवा और जांच आदि को लेकर मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो. डॉक्टर आवश्यक रूप से अस्पताल में मौजूद रहें.

चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए नियमित समीक्षा की जा रही है. सभी जिलों में अतिरिक्त मेडिकल टीमें लगाकर उपचार और  बचाव गतिविधियों को व्यापक रूप दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मौसमी बीमारियों की स्थिति की जिलेवार समीक्षा कर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. 

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सरकार ने जारी किए आवश्यक निर्देश 

  • मौसमी बीमारियों के लिए नियंत्रण कक्ष को और सुदृढ़ बनाया जाए.
  • कन्ट्रोल रूम (0141-2225624) में सभी जिलों से मिली शिकायतों का 24 घण्टे में उनका निस्तारण किया जाए.
  • हर जिले में मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय पर स्थापित कन्ट्रोल रूम में दर्ज समस्याओं का भी 24 घण्टे में समाधान सुनिश्चित किया जाए.
  • डेंगू, मलेरिया, चिकुनगुनिया, स्क्रब टायफस आदि मौसमी बीमारियों से प्रभावित क्षेत्रों में रेपिड रेस्पान्स टीमें भ्रमण कर गम्भीर रोगी की जांच एवं उपचार प्रदान करें. 

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