SP की एक कार्रवाई से राजस्थान को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान, पूरे प्रदेश में RTO का काम हुआ ठप

पूरे राजस्थान के सभी आरटीओ कार्यालय में कामकाज ठप नजर आ रहा है और परिवहन निरीक्षकों की ओर से प्रतिदिन राजस्व अर्जित की जाती थी. वह फिलहाल पूरी तरीके से बंद है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Rajasthan News: राजस्थान के धौलपुर में बीते 2 फरवरी की रात को एक घटना हुई, जिसमें एसपी सुमित मेहरड़ा ने चेक पोस्ट चेकिंग के दौरान परिवहन विभाग के निरीक्षक अनिल कुमार और शैलेंद्र वर्मा को गिरफ्तार कर थाने में बंद कर दिया था. इस घटना के बाद खूब बवाल मचा और परिवहन विभाग के निरीक्षकों में आक्रोश दिखा. जिसके बाद उन्होंने कार्य बहिष्कार का फैसला किया. जबकि एसपी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर परिवहन निरीक्षकों ने अनिश्चित कालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है. जिसके बाद पूरे राजस्थान के परिवहन निरीक्षक हड़ताल पर चले गए हैं. ऐसे में राजस्थान को वहानों से आने वाले करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है. 

एसपी सुमित मेहरड़ा की एक कार्रवाई से अब राजस्थान को करोड़ों का नुकसान पहुंच रहा है. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए भरतपुर रेंज के आईजी राहुल प्रकाश जांच करने के धौलपुर पहुंचे थे.आईजी ने पूरे मामले की जांच पड़ताल की है.

Advertisement

पूरे प्रदेश में RTO कार्यालय का काम ठप

राजस्थान परिवहन विभाग के निरीक्षकों को अवैध रूप से हिरासत में लेने वह दुर्व्यवहार का मामला तुल पकड़ता जा रहा है. दरअसल धौलपुर जिला एसपी ने बीते दिनों नाइट में ड्यूटी कर रहे दो परिवहन निरीक्षकों को हिरासत में लिया था. इसके बाद सुबह उन्हें छोड़ा गया इस घटना के बाद प्रदेश के परिवहन निरीक्षक संघ ने नाराजगी जाहिर करते हुए. धौलपुर पुलिस एसपी सुमित मेहरडा के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल कर दी है.

Advertisement

पूरे प्रदेश भर के सभी आरटीओ कार्यालय में कामकाज ठप नजर आ रहा है और परिवहन निरीक्षकों की ओर से रोजाना राजस्व अर्जित की जाती थी. वह भी फिलहाल पूरी तरीके से बंद है. ऐसे में इस हड़ताल से सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान भी हो रहा है. वहीं लाइसेंस बनने का काम भी ठप हो गया है.

Advertisement

वहीं परिवहन निरीक्षकों का कहना है कि सरकार से दो बार वार्ता की गई लेकिन अब तक कोई सकारात्मक नतीजा वार्ता से नहीं निकला है. हालांकि उन्हें उम्मीद है सरकार जल्द इस पूरे मामले में सख्त कार्रवाई करेगी.

वहीं इस मामले में परिवहन मंत्रालय के कर्मचारियों ने भी परिवहन निरीक्षकों के हड़ताल को सपोर्ट किया है. 

जांच को लेकर आईजी ने दिया था बयान

परिवहन विभाग के पुलिस निरीक्षकों के साथ हुए घटनाक्रम को लेकर उन्होंने मीडिया को ब्रीफ करते हुए कहा था कि जयपुर पुलिस मुख्यालय के निर्देश में जांच टीम गठित की गई है. बयाना एडिशनल एसपी हरिराम कुमावत एवं आईजी ऑफिस के कर्मचारियों को जांच टीम में नियुक्त किया है. उन्होंने बताया कि डीजीपी के निर्देश में रविवार को जांच टीम भेजी गई थी. एडिशनल एसपी हरिराम कुमावत द्वारा बरेठा चेक पोस्ट पर घटनास्थल का मौका मुआयना किया है. आईजी ने बताया परिवहन विभाग के निरीक्षक अनिल कुमार प्रसाद एवं शैलेंद्र वर्मा के बयान लिए हैं. घटनाक्रम से संबंधित अन्य लोगों के भी बयान लिए जा रहे हैं. उन्होंने बताया पुलिस थाने के रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है. लॉग बुक ड्यूटी चार्ट एवं रोजनामचा का रिकार्ड कब्जे में लिया है. और मंगलवार तक मामले की जांच कर जयपुर पुलिस मुख्यालय एवं राज्य सरकार को भेज दी जाएगी. जांच होने के बाद इस मामले में कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा.

यह भी पढ़ेंः गहलोत राज में मंत्री रहे कांग्रेस नेता रामलाल जाट की बढ़ी मुश्किलें, करोड़ों के फ्रॉड मामले की जांच अब CBI करेगी