Exclusive: क्या जोधपुर से ही होगा राजस्थान का अगला सीएम? गजेंद्र सिंह शेखावत ने NDTV पर किया खुलासा

Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों पर एक साथ 25 नवंबर को वोटिंग होगी, और 3 दिसंबर को रिजल्ट जारी हो जाएगा.

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गजेंद्र सिंह शेखावत का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू.

Gajendra Singh Shekhawat Exclusive Interview: राजस्थान का चुनावी रण सज चुका है. प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों पर 25 नवंबर को वोटिंग होनी है. इस बार मुकाबला रोचक होगा क्योंकि बीजेपी-कांग्रेस ने अपने सीएम चेहरे का ऐलान नहीं किया है. लेकिन फिर भी दोनों ही पार्टियां चुनाव में पूर्ण बहुमत मिलने का दावा कर रही हैं. ऐसे में 3 दिसंबर को ये देखना होगा कि जनता किसका साथ देती है. इस बार अगर राज बदला, और बीजेपी की सरकार बनी, तो सीएम कौन होगा? क्या बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिल पाएगा? इस चुनाव में बीजेपी कितनी सीटें जीतने का दावा कर रही है? केंद्रीय एजेंसियों पर जो आरोप लग रहे हैं, उससे बीजेपी कैसे निपटेगी? ऐसे तमाम सवालों के जवाब ढूंढने के लिए NDTV ने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री और इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी गजेंद्र सिंह शेखावत से खास बातचीत की है.

सवाल- 1 आप इनकम की बात कर रहे हैं, लैपटॉप की बात कर रहे हैं, मोबाइल फोन की बात कर रहे हैं, 10000 रुपए की बात कर रहे हैं..?

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जवाब:- मैं बहुत विस्तार से इस पर बात नहीं करता, लेकिन मैं आग्रह करूंगा की इन गारंटी पर हमारा एक सेशन कर दीजिए. एक बात अवश्य कहूंगा, जिन्होंने 5 साल पहले किसान कर्ज माफी की गारंटी दी थी, वह गारंटी फेल हो गई. जिन्होंने राजस्थान के युवा को 3500 रुपए बेरोजगारी भत्ता देने की गारंटी दी थी, वह फेल हो गई. उल्टा रीट की चीट की चोट पड़ी. जिनकी इतनी बड़ी-बड़ी गारंटी फेल हो गईं, उन पर कोई यकीन करेगा क्या? जब उन्होंने पहले लिखित में गारंटियां महंगाई शिविर में दी थीं कि हम बिजली मुफ्त देंगे, लेकिन बिजली मिलना बंद हो गई. अब राजस्थान में मेरे कहने से किसान के साथ जाकर चर्चा करेंगे, जो किसान जमीन से पानी निकाल कर खेती करता है उसे जरूर बात करेंगे, यह 2000 यूनिट फ्री में देने की बात. किसान की फसल जल रही थी, उसकी आंखों से आंसू निकल रहे थे, खून के आंसू टपक रहे थे, तब बिजली यह गारंटियां पर विश्वास खत्म हो गया. यह गारंटी में एक गारंटी है कि प्लान, लैपटॉप राजस्थान सरकार की खुद की योजना पिछले 10 साल से चल रही है कि मेरिट में आने वाले और एक निश्चित प्रतिशत के ऊपर आने वाले बच्चों को हम लैपटॉप देंगे. 84000 बच्चे पिछले कई सालों से इंतजार कर रहे हैं जिनको चलती हुई स्कीम के बारे में कुछ नहीं दे रहे. उन पर नई गारंटी का विश्वास करेंगे क्या?

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सवाल-2 आपने कहा कि प्रचंड बहुमत आ रहा BJP का. क्या मैं नए मुख्यमंत्री से बात कर रहा हूं? आप हैं क्या सीएम पद की रेस में? 

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जवाब:- भारतीय जनता पार्टी में एक परंपरा है. यहां संगठन को परिवार समझा जाता है. कौन व्यक्ति, किस दायित्व के साथ, कहां काम करेगा, किस भूमिका में काम करेगा, यह सब परिवार के वरिष्ठ लोग तय करते हैं. भारतीय जनता पार्टी में यही प्रक्रिया है. इसीलिए मैं आगे बढ़कर भी कई बार कह चुका हूं कि संगठन तय करेगा कि गजेंद्र सिंह शेखावत का बेहतर उपयोग कहां हो सकता है. मैं जब छात्र संघ का अध्यक्ष बना था. अनुमन छात्र संघ के चुने हुए अध्यक्ष अपने कार्यालय में ही अपनी राजनीतिक सरजमीन तलाशते हैं. मेरे पास भी अवसर थे, लेकिन मेरे मार्गदर्शकों ने कहा कि तुम्हारा उपयोग सीमावर्ती क्षेत्र में हो सकता है. मैं वहां जाकर के 20 साल तक काम किया और भारतीय जनता पार्टी के दहलीज पर भी कदम नहीं रखा. जब संगठन ने यह तय किया कि मुझे राजनीतिक क्षेत्र में आकर काम करना है, तो मैं आया, और आज सांसद के नाते जोधपुर की सेवा कर रहा हूं, और पार्टी की क्षमता बढ़े उसके लिए देशभर मैं प्रवास करके काम कर रहा हूं. प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी टीम में काम करने का अवसर दिया. देशभर में कृषि के क्षेत्र में क्या नया कर सकते हैं, उस दिशा में मैंने काम किया. आज मुझे देश के पानी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली, और उसपर मैं काम कर रहा हूं. आगे भी मुझे जो जिम्मेदारी मिलेगी मैं इतनी ही प्रसन्नता, खुशी, उत्साह, उमंग और परिश्रम के साथ करूंगा.

सवाल-3 पूरे राज्य में क्या हाल है?

जवाब:- पिछले 6 महीने से भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव को ग्रैजुअली ऊपर पहुंचाया है. उन सभी कार्यकमों के निमित्त राजस्थान भर का भ्रमण करने का अवसर मिला. पहले हमने राजस्थान में कुशासन के प्रति लोगों की भावनाओं को संकलित करने के लिए यात्राओं का आयोजन किया. मुझे सब जिलों में भ्रमण करने का सौभाग्य अवसर मिला. बाद में हमने 'नहीं सहेगा राजस्थान' कैंपेन किया. उसमें भी हमने राजस्थान के अधिकांश जिलों का दौरा किया. जयपुर में जब हमने एक बड़ा प्रदर्शन एक लाख लोगों का किया, उसमें भी मुझे राजस्थान से आए हुए काफी लोगों से बात करने का अवसर मिला. अभी 'परिवर्तन संकल्प यात्रा' के निर्मित राजस्थान के लगभग सब हिस्से में गया हूं, जिस तरह से धीरे-धीरे जनता की रुचि भारतीय जनता पार्टी में बढ़ रही है, और कांग्रेस के कुशासन के प्रति जनता जिस तरह से मुकर हो रही है, मैं आपको जिम्मेदारी के साथ कह सकता हूं कि एक सुनामी भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में चल रही है. भारतीय जनता पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ सरकार में आ रही है.

सवाल-4 प्रचंड बहुमत में नंबर कितना 100 से कितना ज्यादा?

जवाब:- नंबर में प्रचंड बहुमत की जब मैंने पिछली बार बात की थी तब हम 163 सीटों से आए थे. 2013 में हम 163 सीटों से आए थे. तब भी हम प्रचंड बहुमत की बात करते थे.

सवाल-5 वह अभी भी 156 बोल रहे हैं?

जवाब:- वह (कांग्रेस) पहले भी 156 बोल रहे थे, लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि वह भारतीय जनता पार्टी का ही बोल रहे हैं. खुद का उनका 56 भी नहीं हो पाया. 21 में सिमट गए थे. अबकी बार भी यह मैं नहीं कहता. पिछली बार भी डेढ़ साल में, विधानसभा में उनके विधायकों द्वारा, उनके मंत्री का दर्जा प्राप्त मुख्यमंत्री के सलाहकार के द्वारा, विधानसभा में और पब्लिक प्लेटफॉर्म पर उनके विभिन्न नेताओं के द्वारा, कैबिनेट में साथ बैठने वाले कैबिनेट मिनिस्टर द्वारा, विधानसभा के हजारों लोगों की उपस्थिति में कहा गया कि जिस तरह से हमारी सरकार काम कर रही है, कांग्रेस के लोग कांग्रेस की सरकार के बारे में कह रहे थे कि जो सदी के प्रतिष्ठम सरकार है. पहले वह बस से शुरू हुए थे. अब सिटी बस, फिर मिनी बस, फिर अब इनोवा या फॉर्च्यूनर जितने हैं. मुझे ईमानदारी से लगता है कि अगर आप कैमरा बंद करके पूछोगे कि हम दो हमारे दो स्कूटर पर जाने वाले हैं.

सवाल-6 ईडी-सीबीआई का नाम लिया गया. खरगे रैली में आए तो उन्होंने 4 बार कहा कि डराया जा रहा है. चुनाव जीत नहीं सकते तो एजेंसी लाई जा रही है. चाहे राजस्थान की बात हो, या चाहे छत्तीसगढ़ की बात हो, मैं यह कहना चाह रहा हूं कि क्या वाकई में एजेंसी पर जो आरोप लग रहा है उसे आप कैसे निपटेंगे?

जवाब:- मैं आपको एक बात स्पष्ट करना चाहता हूं और आपके माध्यम से दर्शकों से सवाल भी पूछना चाहता हूं. राजस्थान में 70 लाख युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ पेपर लीक के माध्यम से हुआ. राजस्थान के युवाओं के मन मे आक्रोश है, लेकिन सरकार निरंतर अपने विफलता पर पर्दा डालती रही और किसी भी तरह की कोई कार्रवाई ठोस तरीके से हो सके इस पर बच रही थी. आखिर में 17 पेपर लीक में मीडिया का दबाव बढ़ा. राजस्थान भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेशभर में आंदोलन खड़ा किया.