बीवी-बच्चों के साथ पूरी रात धरने पर बैठा रहा शख्स, किसी ने नहीं ली सुध, जानें क्या है मामला

बीती रात पूरा परिवार धरने पर बैठा रहा, लेकिन नगरपालिका अध्यक्ष अथवा उसका कोई प्रतिनिधि ने उनकी सुध लेने आया. पीड़ित परिवार अभी भी धरने पर बैठा हुआ है. पीड़ित ने कहा कि पालिका अध्यक्ष द्वारा पुलिस से गिरफ्तार करवाने की धमकी के बाद उसने धरने पर बैठने का फैसला किया.

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पूरी रात धरने पर बैठा रहा परिवार
Hanumangarh:

हनुमानगढ़ जिले में एक परिवार नगरपालिका के खिलाफ धरने पर बैठा हुआ है. परिवार का आरोप है कि नगरपालिका के कर्मचारी शहर से इकट्ठा हुआ सारा कचरा उसके मोहल्ले में डालकर चले जाते है, जिससे आने वाली दुर्गंध और गंदगी से उसका और उसके परिवार का जीना दुश्वार हो गया है. 

पीड़ित ने बताया कि विरोध के बाद भी नगरपालिका के कर्मचारी बाज नहीं आए तो मामले की शिकायत लेकर वह नगरपालिका अध्यक्ष सुखचैन सिंह रमाणा के पास पहुंचा, लेकिन वहां भी उसकी शिकायत नहीं सुनी गई, उल्टा उसके साथ बदतमीजी की गई और जेल भिजवाने की बात कही गई। इससे क्षुब्ध होकर पूरे परिवार के साथ पीड़ित शख्स कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गया.  

बार-बार शिकायत भी जब मोहल्ले में कचरा फेंकने की गतिविधि पर विराम नहीं लगा तो गुरूवार रात मामले की शिकायत लेकर वह नगर पलिका अध्यक्ष सुखचैन सिंह रमाणा के घर पहुंच गया, जहां उसके साथ बदसलूकी की गई, जिससे आहत होकर पत्नी और तीन बच्चों के साथ उसने कार्यालय के बाहर धरने पर बैठने का मन बना लिया.

मामला जिले के पीलीबंगा के वार्ड 21 का है, जहां पीड़ित शख्स भारत भूषण अपने परिवार के साथ रहता है. पीड़ित का आरोप है कि नगरपालिका के कर्मचारी शहर का पूरा कचरा एकत्र कर उसके मौहल्ले में डाल देते हैं. जिससे पूरा दिन उसके घर के सामने कचरा जमा रहता है. इससे बच्चों में संक्रमण व बीमारियां फैलने का खतरा लगातार बना रहता है.

भारत भूषण ने बताया कि मामले की बार-बार शिकायत भी जब मोहल्ले में कचरा फेंकने की गतिविधि पर विराम नहीं लगा तो गुरूवार रात मामले की शिकायत लेकर वह नगर पलिका अध्यक्ष सुखचैन सिंह रमाणा के घर पहुंच गया, जहां उसके साथ बदसलूकी की गई, जिससे आहत होकर पत्नी और तीन बच्चों के साथ उसने कार्यालय के बाहर धरने पर बैठने का मन बना लिया.

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रिपोर्ट के मुताबिक बीती रात पूरा परिवार धरने पर बैठा रहा, लेकिन नगरपालिका अध्यक्ष अथवा उसका कोई प्रतिनिधि ने उनकी सुध लेने आया. पीड़ित परिवार अभी भी धरने पर बैठा हुआ है. पीड़ित ने कहा कि पालिका अध्यक्ष द्वारा पुलिस से गिरफ्तार करवाने की धमकी के बाद उसने धरने पर बैठने का फैसला किया. पीड़ित ने बताया कि पीलीबंगा पालिका अध्यक्ष  पर पार्षदों द्वारा अनियमितताओं के आरोप लगाए जा चुके हैं. 

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