बाड़मेर के किसान पत‍ि-पत्‍नी को लाल क‍िले पर म‍िलेगा व‍िशेष सम्‍मान, जानें उनकी उपलब्‍धि

डॉ. देवाराम और धापू ने पारंपरिक खेती के साथ औषधीय फसलों और आधुनिक पशुपालन को अपनाकर एक मिसाल कायम की है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
किसान दंपति को दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा.

पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती बाड़मेर जिले के बाटाडू तहसील की ग्राम पंचायत झाक के किसान डॉ. देवाराम पंवार और उनकी पत्नी धापू को स्वतंत्रता दिवस 2025 के भव्य समारोह में नई दिल्ली के लाल किले पर विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. यह सम्मान उनके कृषि और पशुपालन में नवाचार और समर्पण का प्रतीक है, जो न केवल उनके गांव और जिले, बल्कि पूरे पश्चिमी राजस्थान के लिए गर्व का क्षण है.

औषधीय खेती के लिए किया प्रेरित  

केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का कुशल उपयोग करते हुए उन्होंने न केवल अपनी आय को कई गुना बढ़ाया, बल्कि अपने अनुभवों को साझा कर अन्य किसानों को भी प्रेरित किया. उनकी औषधीय खेती और उन्नत पशुपालन तकनीकें देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई हैं.

बाड़मेर के किसानों ने दी बधाई 

यह सम्मान सीमावर्ती क्षेत्रों में कठिन परिस्थितियों के बीच नवाचार करने वाले किसानों की मेहनत का है. इस उपलब्धि ने झाक गांव और बाड़मेर जिले भर के किसानों में खुशी की लहर है. स्थानीय समुदाय और नेताओं ने इस दंपति को बधाई दी है. यह सम्मान अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा, जो नई तकनीकों को अपनाकर कृषि को समृद्ध बना सकते हैं.

फ्लाइट से दिल्ली जाएगा किसान दंपति 

स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के लिए सरकार ने इस दंपति को जोधपुर से दिल्ली तक हवाई यात्रा की विशेष व्यवस्था की है, ताकि वे इस ऐतिहासिक समारोह का हिस्सा बन सकें. डॉ. देवाराम और धापू की यह उपलब्धि हर उस किसान के लिए एक संदेश है, जो मेहनत और नवाचार के बल पर अपने सपनों को साकार करना चाहता है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: बीजेपी नेता के निष्कासन के बाद जाट महासभा का फूटा गुस्सा, धनखड़-सतपाल मलिक के मुद्दे पर भी पार्टी को घेरा

Topics mentioned in this article