Rajasthan: किसानों का आमरण अनशन खत्म, आत्मदाह की चेतावनी पर 23 दिन बाद जागा प्रशासन; मानी सभी मांगे

किसान रामकुमार गोदारा और शिवदत्त सिगड़ ने कहा कि अधिकारियों से अनेक मांगो को लेकर सहमति बनी है. लेकिन जब तक काम पूरा नहीं हो जाता, तब तक 5 किसान अपना धरने जारी रखेंगे.

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अधिकारियों ने तुड़वाया किसानों का अनशन.

Rajasthan News: बीकानेर के खाजूवाला कस्बे में केवाईडी नहर की टेल पर पूरा पानी पहुंचाने की मांग को लेकर किसानों का आमरण अनशन मंगलवार को खत्म हो गया. किसानों ने आत्मदाह की चेतावनी दी थी, जिसके बाद प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारी हरकत में आए और किसानों की मांगें मानी गईं.

23 दिन का धरना

किसानों का धरना 145 आरडी पर पिछले 23 दिनों से लगातार चल रहा था. किसानों ने केवाईडी नहर के अंतिम छोर पर पूरा पानी पहुंचाने और मोघों को सही करने की मांग की थी. सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने पहले परमिशन नहीं मिलने की बात कही थी, लेकिन किसानों के उग्र प्रदर्शन के बाद अधिकारी हरकत में आए.

आत्मदाह की चेतावनी

मंगलवार को किसानों ने आत्मदाह और हैड पर कब्जा करने की धमकी दी थी. किसानों ने कहा था कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे नहरों में मिट्टी डालकर हैड जाम कर देंगे और आत्मदाह करेंगे. इसके बाद अधीक्षण अभियंता श्रीफल मीणा, अधिशासी अभियन्ता सांवरमल मीणा, नीतिश नागर, पूर्व एससी रामसिंह, टीए प्रवीण कुमार व थानाधिकारी सुरेन्द्र प्रजापत ने मौके पर पहुंचकर किसानों से बातचीत की थी.

अधिकारियों की कार्रवाई

अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि पानी आने से पहले माइनर सही कर दिए जाएंगे. इसके बाद विभाग के कर्मचारियों ने मोघों को सही करने का काम शुरू कर दिया. आमरण अनशन पर बैठे दो किसानों ने अनशन तोड़ दिया है, लेकिन उन्होंने कहा कि जब तक काम पूरा नहीं हो जाता है, तब तक धरना जारी रहेगा.

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किसानों की प्रतिक्रिया

किसानों ने कहा कि अगर पानी अंतिम छोर पर पूरा नहीं पहुंचा तो उन्हें इस बारी में भी पानी नहीं मिलेगा. किसानों ने चेतावनी दी है कि वे अपनी मांगों को लेकर आगे भी आंदोलन करेंगे. अब बुधवार को नहर में पानी आना है और किसानों को उम्मीद है कि उनकी मांगें पूरी होंगी. 

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