Alwar News: अलवर शहर के मनु मार्ग निवासी इंजीनियर को साइबर ठगों द्वारा 3 घंटे डिजिटल अरेस्ट रखने का मामला सामने आया है. आरोपियों ने महिला को कमरे में बंद होने के लिए कहा ओर किसी से बात नहीं करने के लिए पाबंद कर दिया. आरोपियों ने महिला को कहा कि महिला के तार आतंकी संगठनों के साथ जुड़े हुए है. उनसे फंडिंग मिलने और मनी लांड्रिंग केस में फंसाने की धमकी दी. ED, सीबीआई जैसी बड़ी संस्थाओं का नाम लेकर पीड़िता को धमकाते हुए डिजिटल अरेस्ट रखा.
उसके बाद डरी हुई महिला उनकी बातों में आ गई ओर अचानक घर आए महिला के पति को भी धमकाते हुए बातों में फंसा लिया. डिजिटल अरेस्ट के दौरान जब महिला ज्यादा घबराई और बीमार हुई तो महिला के पति ने फोन काट दिया और सूचना परिजनों और साइबर थाना पुलिस को दी.
सॉफ्टवेयर इंजीनियर है पीड़ित महिला
मनुमार्ग निवासी फलित गुप्ता व्यापारी हैं और उनकी पत्नी आर्शी गुरुग्राम की एक बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे आर्शी के पास फोन आया. फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को आरबीआई का अधिकारी बताते हुए उसको अपनी बातों में फंसाया और धीरे-धीरे उससे जानकारी निकालने लगा. उसने आर्शी का आधार कार्ड नंबर लिया. उसकी नौकरी और सैलरी के बारे में पूछाताछ की. साथ ही परिवार के बारे में भी जानकारी ली.
महिला के पति को भी फंसाया
इस दौरान फोन करने वाले व्यक्ति ने कमरे का गेट बंद करने के लिए कहा और इस बारे में किसी को जानकारी नहीं देने के आदेश दिए. उसके बताएं अनुसार आर्शी उनके आर्डर मानती रही और पूरी तरह से उनकी बातों में फंस गई. ठगों ने हैदराबाद पुलिस अधिकारी, सीबीआई अधिकारी और ईडी अधिकारियों बनकर फोन पर अलग-अलग लोगों से बात करवाई और उसके बाद वीडियो कॉल पर आर्शी को गवाही देने के लिए कहा. महिला को अरेस्ट वारंट भेजा और अन्य दस्तावेज भी सोशल मीडिया पर भेजे.
मनी लांड्रिंग केस में फंसाने की धमकी
इसी बीच वहां पहुंचे उनके पति को भी आरोपियों ने अपनी बातों में फंसा लिया और एक घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा. इस दौरान आरोपी वीडियो कॉल पर आतंकी संगठनों से फंडिंग मिलने, आतंकी संगठनों के लिए काम करने, मनी लांड्रिंग केस में फंसाने समेत कई तरह की धमकियां देने लगे. आर्शी की तबीयत खराब होने लगी और रोने लगी. ठगों की बात सुनकर वो सदमे में आ गई. यह देखकर उनके पति ने तुरंत फोन काट दिया.