Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में तख्तापलट और राजनीतिक उथल-पुथल का असर भारत में भी देखने को मिल रहा है. बांग्लादेश में जारी संकट के कारण भारत के कपड़ा और परिधान क्षेत्र में कुछ अनिश्चितता आई है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि हालांकि, यह कहना जल्दबाजी होगी कि अर्थव्यवस्था पर इसका पूरा प्रभाव क्या होगा.
'नया शासन जल्द से जल्द समाधान करेगा'
सीतारमण ने कहा कि भारतीय व्यापारियों ने बेहतर विश्वास के साथ बांग्लादेश में निवेश किया है. इसके परिणामस्वरूप निर्यात बढ़ा है और बांग्लादेश में अधिक नौकरियां पैदा हुई हैं. मुझे उम्मीद है कि बांग्लादेश को फायदा पहुंचाने वाले ये निवेश सुरक्षित रहेंगे." उन्होंने कहा कि भारत की नीति कम आय वाले देशों को उदार आयात की अनुमति देने की है और इससे बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था में वृद्धि को बढ़ावा देने में भी मदद मिली है.
वित्त मंत्री ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि बांग्लादेश में नया शासन जल्द से जल्द समस्या का समाधान करेगा. ताकि बांग्लादेश और भारत के लोग अपनी सामान्य स्थिति में लौट सकें." उन्होंने यह भी कहा कि विदेश मंत्री ने संसद में बयान दिया है कि भारत ने बांग्लादेश सीमा पर अपनी सुरक्षा बढ़ा दी है.
भीलवाड़ा में कपड़ा व्यापारी चिंतित
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान ऐसे समय में आया है, जब राजस्थान के भीलवाड़ा में कपड़ा व्यापारियों ने अपने पेमेंट रुकने की चिंता व्यक्त की थी. यहीं नहीं बांग्लादेश से मिलने वाले करोड़ों रुपये ऑर्डर अटक गए हैं. ध्यान देने वाली बात है कि बांग्लादेश को भीलवाड़ा से हर साल 2 हजार करोड़ से ज्यादा का एक्सपोर्ट होता है. भीलवाड़ा करीब 500 से 600 के बीच में छोटे-मोटे उद्योग हैं, जो कपड़ा इंडस्ट्री से सीधे जुड़े हुए हैं. इससे करीब 70000 लोगों को सीधे रोजगार मिल रहा है. कपड़ा उद्योग 25000 करोड़ का टर्नओवर है.
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