RAS Exam 2023: साल 2021 बैच के चयनित सब इंस्पेक्टर्स में शामिल रहे रिछपाल गोदारा का चयन भी RAS परीक्षा में हुआ है. RAS में सलेक्शन के बाद गोदारा ने एक बार फिर 2021 के चयनित सब इंस्पेक्टर्स का पक्ष भी सुने जाने का आग्रह किया है. नागौर के मूल निवासी रिछपाल गोदारा ने इस परीक्षा में 12 वीं रैंक हासिल की. गोदारा ने अपने चयन के बाद कहा कि वे 2021 की SI भर्ती परीक्षा में वे वीं रैंक पर आए थे.
अपनी सफलता का श्रेय माता–पिता को देने वाले गोदारा ने कहा कि 2021 के चयनित सब इंस्पेक्टर में से 15 लोग ऐसे हैं, जो RAS भर्ती में भी सलेक्ट हुए हैं. इसके अलावा कुछ दूसरे साथी ऐसे भी हैं, जो अन्य भर्ती परीक्षाओं में सलेक्ट हुए हैं. कुछ ऐसे हैं जो पहले दूसरी जॉब में थे.
''लोगों ने दिया फर्जी थानेदार का ताना, अब के वीं रैंक से बने असली RAS''
गोदारा ने कहा कि सब इंस्पेक्टर भर्ती की 2021 बैच की परीक्षा उनके जीवन की पहली परीक्षा थी. गोदारा ने कहा कि वह भर्ती रद्द हुई तो मेरे परिवारजन को भी ताने सुनने पड़े, मुझे भी ताने सुनने पड़े. उन्होंने कहा कि उनके ख़ुद के भी 10वीं में 93 फीसदी और 12वीं में 97 फीसदी नंबर थे.
उन्होंने बताया कि वे हिंदी में NET-JRF क्लियर कर रखा था. गोदारा ने कहा कि मुझे और मेरे परिवार वालों को फ़र्ज़ी कहा गया. वे बताते हैं कि उनके गांव के लोगों ने पर्सनल मैसेज करके उन्हें फ़र्ज़ी थानेदार कहा गया. गोदारा कहते हैं कि हम किस मानसिक स्थिति के दौर से गुज़रे हैं, यह हर कोई नहीं समझ सकता. मैं तो एब्सेंट रहकर तैयारी कर रहा था, इसके बावजूद मेरे बारे में ट्विटर पर झूठ फैलाया गया कि मैं 10 महीने से फ़रार हूँ. उन्होंने कहा कि इस बीच वे लगातार तैयारी कर रहे थे.
मुश्किल आर्थिक हालात भी लेते हैं अभ्यर्थी का इम्तिहान
गोदारा ने कहा कि लोगों को इस बात का इल्म नहीं है, मुश्किल हालत में अब्सेंट रहकर पढ़ाई करना कितना चुनौती भरा होता है? 25 हज़ार में रूम रेंट, मेस की डाइट, छोटे भाई की पढ़ाई और परिवार का खर्च चलाना बहुत मुश्किल था.
गोदारा ने कहा कि चयनित सब इंस्पेक्टर को प्रोबेशन के दौरान हर महीने केवल ₹25000 मिलते हैं. उसमें से खुद का रूम रेंट देना, मेस की डाइट देना और अपने छोटे भाई को पढ़ाते हुए परिवार का खर्चा चलाना मुश्किल होता है. गोदारा ने कहा कि उन्होंने तो प्रोबेशन से गैर हाजिर रह कर तैयारी कर ली, लेकिन हर कोई छुट्टी लेकर तैयारी नहीं कर सकता. प्रोबेशन के दौरान रोल कॉल होता है, तो वो पढ़ाई भी नहीं कर सकते.
गोदारा की गुहार - चयनित SI को भी सुने कोर्ट और सरकार
गोदारा ने कहा कि मैं हाईकोर्ट और राजस्थान सरकार से यही निवेदन करना चाहता हूँ कि जो चयनित सब इंस्पेक्टर्स हैं, उनकी भी पीड़ा सुनी जाए और एक सिक्के के दोनों पहलुओं के नज़रिए से सोचा जाए, तो चयनित SI के साथ न्याय हो सकेगा.
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