Rajasthan Leopard Attack: सिरोही में पहली बार लेपर्ड का इंसान पर हमला, 12 साल की बच्ची की मौत, गांव में दहशत

Child killed by leopard in Sirohi: राजस्थान के सिरोही में 12 साल की एक बच्ची को घर के बाहर ही एक लेपर्ड ने मार डाला. इस घटना ने पूरे गांव में डर का माहौल बना दिया है.

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Sirohi Leopard Attack News: सिरोही में घर के बाहर खेल रही बच्ची को खींच ले गया तेंदुआ

Rajasthan News: राजस्थान के सिरोही जिले में पहली बार तेंदुए (Leopard) ने इंसान पर घातक हमला किया है. इस हमले में 12 साल की बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई. घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है और ग्रामीण सुरक्षा को लेकर सवाल उठा रहे हैं. यह घटना बीती बुधवार रात रोहिड़ा जोड़ क्षेत्र में उत्तमेश्वर महादेव मंदिर के पास बसे गांव में हुआ है. मृतका की पहचान विमला (12), पुत्री उजमाराम के रूप में हुई है. 

घर के बाहर किया हमला

विमला रोजमर्रा के काम निपटाने के बाद अपने घर के बाहर खड़ी थी. अचानक पास की झाड़ियों से निकलकर एक तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया. तेंदुए ने बच्ची के गले को दबोच लिया और कुछ ही पलों में उसकी जान चली गई. परिजनों और ग्रामीणों ने शोर मचाकर बच्ची को बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.

'वन विभाग ने एक्शन लेने में देरी की'

स्थानीय लोगों के मुताबिक, हाल के दिनों में धनारी और आसपास के क्षेत्रों में लगातार लेपर्ड का मूवमेंट देखा जा रहा था. हालांकि, इंसान पर इस तरह का हमला पहली बार हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार वन विभाग को अलर्ट किया, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. हादसे के बाद गांव में गम और गुस्से का माहौल है. लोग कह रहे हैं कि अगर समय रहते विभाग ने कार्रवाई की होती तो बच्ची की जान बच सकती थी. अब ग्रामीणों ने मांग की है कि इलाके में पिंजरे लगाकर लेपर्ड को पकड़ा जाए, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे दोबारा न हों.

वन्यजीवों की बढ़ती मौजूदगी

सिरोही अरावली की पहाड़ियों से घिरा इलाका है, जहां परिंदों और जंगली जानवरों की संख्या हमेशा से ज्यादा रही है. लेकिन इंसानी बस्तियों के करीब आते जंगली जानवर अब लोगों की जिंदगी के लिए खतरा बनते जा रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पानी और शिकार की कमी के चलते जंगली जानवर गांवों की ओर आ रहे हैं. भालू के हमले यहां आम सी बात हो गई थी. लेकिन पहली बार तेंदुए ने गांव के किसी शख्स पर हमला कर उसे मार डाला है.

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अधिकारियों ने नहीं उठाया फोन

इस घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल वन विभाग की भूमिका पर खड़ा हो गया है. ग्रामीणों ने कहा कि कई बार सूचना देने के बावजूद विभाग ने कोई गश्त नहीं बढ़ाई और न ही सुरक्षा इंतजाम किए. इस मामले में ग्रामीणों के आरोपों पर वन विभाग का पक्ष जानने के लिए जब अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. उनसे बात होने पर वन विभाग का पक्ष खबर में जोड़ा जाएगा.

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