Rajasthan News: कालीसिंध थर्मल पावर परियोजना की 7 दिनों पूर्व बंद हुई इकाई को आखिर चालू कर दिया गया. इस इकाई के चालू होने से बिजली संकट में कुछ ना कुछ राहत जरूर मिलेगी. क्योंकि इकाई अब फिर से अपने पूरे उत्पादन पर है तथा 1 लाख 44 हजार यूनिट का उत्पादन शुरू हो गया है. जानकारी के लिए आपको बता दें कि 7 दिनों पहले कालीसिंध थर्मल पावर परियोजना की पहली इकाई पंखे में खराबी आने के चलते हैं बंद हो गई थी.
600 मेटावाट की बिजली इकाइ शुरू हुई
झालावाड़ की थर्मल पावर परियोजना में 600-600 मेगावाट की दो इकाइयां हैं जिसमें कुल 2 लाख 88 हजार यूनिट बिजली का उत्पादन होता है. ऐसे में पहली इकाई बंद होने से गहराते विद्युत संकट में और अधिक इजाफा हो गया था. खास तौर पर झालावाड़ जिले को मिलने वाली बिजली पूरी तरह से नहीं मिल पा रही थी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में कटौती बढ़ गई थी. थर्मल के चीफ इंजीनियर केएल मीणा ने बताया की कालीसिंध थर्मल की एक नंबर यूनिट को सिंक्रोनाईज कर दिया गया है. उससे उत्पादन शुरू हो गया है. देर रात तक फुल लोड पर आ जाएगा.
जिले में नहीं होगी 2 घंटे की बिजली कटौती
गौरतलब है कि कालीसिंध थर्मल की एक नंबर यूनिट पिछले पांच-छह दिन से पीए फैन में तकनीकी खराबी आने से बंद थी. ऐसे में जिले में बिजली का उत्पादन आधा ही रह गया था. ऊपर से भीषण गर्मी में सामान्य दिनों की अपेक्षा 20 फीसदी बिजली की खपत ज्यादा हो रही है. लेकिन अब दोनों यूनिट से 1200 मेगावाट विद्युत उत्पादन होने से लोगों को विद्युत कटौती में राहत मिलेगी. अभी जिले में कई जगह एक से दो घंटे की अघौषित कटौती की जा रही थी, लेकिन अब राहत मिलेगी.
सूरतगढ़-भेल की टीमों ने किया काम
कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की एक नंबर के फैन में आई तकनीकी खरीबी को सही करने के लिए सूरतगढ, भेल व कोटा से इंजीनियर बुलाए गए थे. एक दर्जन एक्सपर्ट इंजीनियरों के मार्गदर्शन में बड़ी संख्या में तकनीकी कर्मचारियों ने साइट पर रोटर का काम किया तो कुछ कर्मचारियों ने वर्कशॉप में दिनरात काम किया, जिसकी बदौलत जल्द एक नंबर यूनिट चालू हो सकी.