बाड़मेर में आई फ्लू का कहर, अस्पतालों में लगा मरीजों का तांता

नेत्र विशेषज्ञ डॉ .शक्ति राजपुरोहित कहना है कि इस बीमारी के शुरुआती लक्षण आंखें लाल होना, आंखों में खुजली आना और सूजन आना है.

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बाड़मेर में आई फ्लू का दिख रहा है कहर, लगातार बढ़ रही है मरीजों की संख्या
बाड़मेर:

राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर में इन दिनों आंखों की वायरल बीमारी आई फ्लू कहर बरपा रही है. आई फ्लू के चलते बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज राजकीय अस्पताल में मरीजों की ओपीडी 700 से पार पहुंच गई है. अस्पताल के नेत्र विभाग के बाहर आई फ्लू से ग्रसित मरीजों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही है. डॉक्टरों के अनुसार बीते कुछ दिनों में मरीजों की संख्या में ज्यादा इजाफा हुआ है. 

शहर में 2 हजार लोग आई फ्लू की चपेट में

अस्पताल प्रशासन का कहना है कि बारिश के मौसम के चलते यह वायरल बीमारी फैल रही है. राजकीय अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन 700 से ज्यादा मरीज आ रहे हैं. बात करें शहर की तो अब तक करीब 2 हजार से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को भीड़भाड़ के इलाके से दूर रहने और आंखों पर चश्मा लगाने की सलाह दे रहा है.

ये होते हैं लक्षण

बाड़मेर के राजकीय मेडिकल अस्पताल में कार्यरत नेत्र विशेषज्ञ डॉ .शक्ति राजपुरोहित कहना है कि इस बीमारी के शुरुआती लक्षण आंखें लाल होना, आंखों में खुजली आना और सूजन आना है.  वहीं बच्चों में इस बीमारी के चलते बुखार की शिकायत हो सकती है. इससे बचाव के लिए आसपास साफ-सफाई, आंखों को साफ पानी से धोने साफ कपड़ा एवं आंखों पर चश्मा लगाने की सलाह दी जा रही है.

4-6 दिन रहता है फ्लू का असर

डॉ. शक्ति राजपुरोहित का कहना है कि इस फ्लू का असर 4 से 6 दिन तक रहता है. इस अवधि के दौरान मरीज को छोटे बच्चों बुजुर्गों से दूर रहने की सलाह दी जा रही है. आंखों पर चश्मा वह हाथों को सैनेटाइजर से साफ करने जैसी सावधानी रखकर इस फ्लू से बचा जा सकता है. 
 

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