Rajasthan: सर्किट हाउस में यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा और बीजेपी के पूर्व पार्षद सोमनानी के बीच नोक झोंक हो गई. जिसका वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में कुछ नेता सोमनानी का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ बीच बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं. मामला तब गर्माया जब बीजेपी के ही पूर्व पार्षद किशोर सोमनानी ने पाली शहर की समस्याओ और अफसरों का रवैया बताना शुरू किया तो प्रभारी मंत्री खर्रा को गुस्सा आ गय. मंत्री झाबर सिंह खर्रा बार-बार फालतू बात नहीं करने और नकारात्मकता से दूर करने की नसीहत देते नजर आए, जिससे गुस्सा होकर पूर्व पार्षद सर्किट हाउस से बाहर चले गए.
लोगों को गंदगी में जीना पड़ रहा है
बीजेपी के पूर्व पार्षद किशोर सोमनानी ने जब पाली जिला प्रभारी और यूडीएच मंत्री झाबरसिंह खर्रा को कहा कि शहर सीवरेज की समस्या से जूझ रहा है. सीवरेज के कारण लोगों को गंदगी में जीना पड़ रहा है, और आप राइजिंग राजस्थान की बात कर रहे हो, आमजन के काम नहीं हो रहे हैं. नगर निगम की फाइलों पर अधिकारी और कर्मचारी सांप की तरह कुंडली मारकर बैठे हैं. सारा काम पाली की जनता पर डाल रहे हो, आप सरकार हो, आपको कौन रोकेगा, तो मंत्री झाबरसिंह खर्रा ने कहा कि मैं पांच बार पाली आ गया हूं. आप खुद सकारात्मक होंगे तो अधिकारियों को झक मारकर काम करना पड़ेगा, अब फालतू की बात मत करो.
नगर निगम बनने के बाद भी पाली का नहीं हुआ विकास
पाली को नगर परिषद से नगर निगम की तो सौगात दी गयी. लेकिन, विकास कार्यों को लेकर पार्षद अब भी खफा हैं. नगर निगम में खराब वित्तीय स्थिति के बीच में आमजन के पट्टे, हस्तांतरण, भवन निर्माण की परमिशन, 50 करोड़ की देनदारी यहां तक कि नगर निगम में आग से तबाह हुआ. ऑडिटोरिम भी अब तक सही नहीं हुआ है. यही नहीं, आए दिन सीवरेज ओवरफ्लो हो रहे हैं, जिससे सीवरेज का गंदा पानी सड़कों पर फैल रहा है. वार्डों और शहर की सड़कों की स्थिति भी पूरी तरह से खस्ताहाल है. हालांकि, शहर में टूटी सड़कें यूआईटी और पीडब्ल्यूडी सुधारने में लगे हुए हैं.
समस्या बताई तो भड़क गए मंत्री खर्रा
मामले को लकर जब पूर्व पार्षद किशोर सोमनानी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मंत्री के सामने शहर की समस्या को उठाया तो मुझ पर ही भड़क उठे. साथ ही पाली की जनता को ही नकारात्मक कह दिया, जबकि नगर निगम में पिछले कई महीनों से कार्य नहीं हो रहा है, वहां दलाल प्रथा भी चालू है. हम अगर कोई फाइल लेकर जाते हैं तो कार्य नहीं होता, और दलाल लेकर जाए तो कार्य हो जाता है. प्रभारी मंत्री ने जिस तरह से अमान्य शब्दों का उपयोग किया वह बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाऊंगा.
वार्डवासी बोले - सीवरेज हो रहे ओवरफ्लो
शहर के हाउसिंग बोर्ड एरिया में कई जगह पर सीवरेज की समस्या बनी हुई थी, यहां गणेश पार्क के सामने पुरानी सीवरेज लाइन की सफाई नहीं होने से गंदा पानी घरों में वापस आ रहा है. यही नहीं लाइन ओवरफ्लो होने से पानी सड़क पर फैल रहा है. रामदेव रोड स्थित कई गलियों में सीवरेज का पानी होदियों से बाहर निकल कर सड़कों पर फैल रहा है. उसके बाद भी जिम्मेदार ध्यान नही देते, जबकि, सीवरेज की समस्या से कई बार उच्च अधिकारियों का अवगत करवाया जा चुका है. जब प्रभारी मंत्री को समस्या से अवगत करवाया जाता है, तो नकारात्मकता कह के बोल देते हैं, क्या समस्या बताना नकारात्मकता है, हर बार सरकार कोई भी हो एक दूसरे के ऊपर आरोप प्रत्यारोप करते है लेकिन काम नहीं होता है.
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