राजस्थान में चार आदर्श वेद विद्यालय की शुरुआत, 1 अप्रैल से कक्षाएं होगी संचालित

सभी सातों संभागों में स्थायी वेद विद्यालयों के लिए भूमि आवंटन भी हो चुका है. जयपुर के हाथोज में 2.00875 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है.

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प्रतीकात्मक फोटो

Adarsh ​​Veda Vidyalaya: राजस्थान में संस्कृत शिक्षा के प्रोत्साहन और विस्तार के लिए बजट घोषणा के अनुरूप चार आदर्श वेद विद्यालयों की शुरुआत हो गई है. संस्कृत शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि जयपुर के हाथोज, बाड़मेर के तारातरा मठ, अजमेर के पुष्कर और भरतपुर के ग्राम पीली में इन विद्यालयों में अध्ययन-अध्यापन शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि सभी संभाग स्तर पर आदर्श वेद विद्यालय चरणबद्ध रूप से शुरू किए जाएंगे और 1 अप्रैल से सभी विद्यालयों में कक्षाएं नियमित रूप से संचालित होंगी.

मंत्री ने बताया कि जयपुर के हाथोज में 20, बाड़मेर के तारातरा मठ में 40, पुष्कर में 4 और भरतपुर के ग्राम पीली में 6 विद्यार्थियों का प्रवेश हो चुका है. छात्रों को निशुल्क पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं और अस्थायी भवनों में अध्ययन जारी है. अन्य संभागों के विद्यालयों के लिए कार्मिक तैनात कर दिए गए हैं.

फिलहाल जयपुर का विद्यालय हाथोज स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय भवन में, अजमेर का विद्यालय पुष्कर के राजकीय विद्यालय भवन में, बाड़मेर का विद्यालय तारातरा मठ (गोमरख धाम) में और भरतपुर का विद्यालय नदबई तहसील के ग्राम पीली स्थित राजकीय विद्यालय में संचालित हो रहा है. शेष वेद विद्यालय बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ (आडसरबास), उदयपुर के वल्लभनगर जनजातीय छात्रावास और कोटा के देवली कला, चेचट में संचालित किए जाएंगे.

16.97 लाख रुपए स्वीकृत

अस्थायी संचालन के लिए प्रत्येक विद्यालय को छात्रावास और कक्षा-कक्ष फर्नीचर हेतु 16.97 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं. प्रत्येक वेद विद्यालय में चार वेद विज्ञ शिक्षक और पांच विभागीय कार्मिक नियुक्त किए गए हैं. सभी सातों संभागों में स्थायी वेद विद्यालयों के लिए भूमि आवंटन भी हो चुका है. जयपुर के हाथोज में 2.00875 हेक्टेयर, अजमेर के पुष्कर में 2.5 हेक्टेयर, भरतपुर के पीली में 1.5 हेक्टेयर, कोटा के चेचट में 2.5 हेक्टेयर, जोधपुर के तारातरा मठ में 4.569 हेक्टेयर, उदयपुर के भटेवर (वल्लभनगर) में 2.16 हेक्टेयर और बीकानेर के नलबड़ी में 2.5 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है.

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बैठक में जयपुर, जोधपुर और उदयपुर में वैदिक गुरुकुल एवं वैदिक पर्यटन केंद्रों की स्थापना की प्रगति पर भी चर्चा हुई. अधिकारियों ने बताया कि जोधपुर के थबूकड़ा ग्राम में 10 हेक्टेयर और उदयपुर के तारपाल (सायरा) में 8.095 हेक्टेयर भूमि आवंटित हो चुकी है, जबकि जयपुर में भूमि आवंटन प्रक्रिया जारी है.

20 संस्कृत महाविद्यालयों में निर्माण कार्य प्रगति पर

अगले सप्ताह विभाग की टीम पतंजलि वैदिक गुरुकुल (हरिद्वार), मेरठ और पुणे वैदिक गुरुकुल का अवलोकन करेगी. मंत्री ने निर्देश दिया कि वैदिक केंद्रों में वैदिक परंपरा और ज्ञान के अनुरूप प्रशिक्षित जनशक्ति की नियुक्ति की जाए. बैठक में यह भी बताया गया कि प्रदेश के भवनविहीन 20 संस्कृत महाविद्यालयों में निर्माण कार्य प्रगति पर है. इनमें से 16 महाविद्यालयों के भवन दिसंबर 2025 से मार्च 2026 के बीच पूर्ण करने का लक्ष्य है. दो महाविद्यालयों के निर्माण के कार्यादेश जारी हो चुके हैं.

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सत्र 2025-26 के लिए शैक्षणिक और मंत्रालय संवर्ग के कुल 1757 पदों पर पदोन्नतियां की जा चुकी हैं. मंत्री दिलावर ने निर्देश दिए कि शेष पदोन्नति प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण की जाए. बैठक का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया.

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