Rajasthan News: मौजूदा समय में युवा लग्जरी लाइफ के शौकीन होते जा रहे हैं. लेकिन इन शौक को पूरा करने के लिए कभी-कभी युवा गलत रास्ते और गलत तरीके से पैसे कमाने के पीछे भागने लगते हैं. ऐसा ही मामला राजस्थान के टोंक जिले से आया है. जहां चार दोस्त जो घूमने फिरने के शौक और महंगे कपड़े-जूते पहनना पसंद करते थे. लेकिन इन चीजों के लिए वह साइबर ठग बन गए. अब इन चार दोस्तों को टोंक पुलिस ने पकड़ा है. टोंक पुलिस ने जयपुर जिले के कोटखावदा के रहने वाले 19, 20 ओर 22 साल के चार दोस्तों की चौकड़ी को गिरफ्तार कर खुलासा किया है.
1 करोड़ की ठगी को दिया अंजाम
इन चार आरोपियों के पास से बैंक खाताधारक द्वारा मोबाईल कॉल, इंस्टाग्राम, फेसबुक पर चेटिंग कर अन्य एप डाउनलोड करवाकर व लिंक भेजकर तथा राशि दोगुनी करने व फेंसी ड्रेस खरीदने का प्रलोभन देकर पीडितों से अपने खाते में राशि डलवा लेते थे. अब टोंक पुलिस इन चार दोस्तों से अन्य खुलासे करवाने में जुटी है. पुलिस के अनुसार यह अब तक लोगों से 1 करोड़ की साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुके है.
गहन जांच के बाद पकड़ में आए आरोपी
टोंक जिले में बढ़ती साइबर ठगी की वारदातों के बाद टोंक पुलिस ने साइबर अपराधों पर लगाम के लिए अभियान चलाया गया. जिसमें एक टीम गठित किया गया. वहीं टीम ने ईलाका थाना में स्थित बैंकों से प्राप्त संदिग्ध बैंक अकाउंट के रिकॉर्ड और संदिग्ध बैंक अकाउंट के विरुद्ध समन्वय पोर्टल पर प्राप्त शिकायत प्राप्त की. जबकि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड पोर्टल की शिकायतों का विवरण प्राप्त किया. इसके बाद तकनीकी संसाधनों से गहनता से जांच कर पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
आरोपियों से स्कॉर्पियो और फोर्ड कार बरामद
गिरफ्तार युवकों में मनीष मीणा (19), नरेंद्र मीणा (19), जितेश मीणआ (22) और दिलखुश (20) शामिल हैं. यह सभी कोटखावदा जिला जयपुर के रहने वाले हैं. श्रीपुरा थाना कोटखावदा जयपुर को आईटी एक्ट में प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर आरोपियों के कब्जे से एक सफेद स्कॉर्पियो और फोर्ड कार, 81499 रुपये जब्त किये गए हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.
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