राजस्थान में सरकार की अनदेखी के कारण सैकड़ों नर्सिंग विद्यार्थियों का खराब हो रहा भविष्य

उदयपुर के पेसिफिक मेडिकल कॉलेज के नर्सिंग विद्यार्थियों को नर्सिंग काउंसिल रजिस्ट्रेशन का इंतजार है. कुछ नर्सिंग स्टूडेंट का सलेक्शन एम्स जैसी संस्थान में हो चुका है, लेकिन बिना रजिस्ट्रेशन के नौकरी नहीं मिल पाई

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धरने पर बैठे नर्सिंग विद्यार्थी

Rajasthan News: देश में स्वास्थ्य सेवाओं को आगे बढ़ाने के लिए भारत सरकार हर समय प्रयास कर रही है. राज्य सरकार की अनदेखी के कारण राज्य के सैकड़ों विद्यार्थियो का भविष्य खराब हो रहा है. उदयपुर के पेसिफिक मेडिकल कॉलेज (Pacific Medical College) के नर्सिंग विद्यार्थियों को नर्सिंग काउंसिल रजिस्ट्रेशन का इंतजार है. कुछ नर्सिंग स्टूडेंट का सलेक्शन एम्स जैसी संस्थान में हो चुका है, लेकिन बिना रजिस्ट्रेशन के नौकरी नहीं मिल पाई, जिसके कारण विद्यार्थियों का भविष्य खराब होता नजर आ रहा है. 

नर्सिंग काउंसिल ने रजिस्ट्रेशन देने से किया इनकार


नर्सिंग स्टूडेंट ने 4 साल पेसिफिक मेडिकल कॉलेज (Pacific Medical College) में पढ़ाई की. जब रजिस्ट्रेशन की बात आई तो राजस्थान नर्सिंग काउंसिल ने स्टूडेंट को रजिस्ट्रेशन देने से मना कर दिया. इन नर्सिंग विद्यार्थियों को राज्य सरकार की तरफ से मिलने वाली स्कॉलरशिप भी मिलती है, लेकिन रजिस्ट्रेशन नम्बर नही मिलता है.

उदयपुर में जब से तिरुपति स्कूल ऑफ नर्सिंग कॉलेज का निर्माण हुआ तब से अभी तक नर्सिंग काउंसिल रजिस्ट्रेशन दे रही थी, लेकिन कांग्रेस सरकार के समय नए रजिस्ट्रार की नियुक्ति होते ही नए रजिस्ट्रार ने कॉलेज की राज्य सरकार से NOC नहीं होने की बात की. एक तरफ तो राजस्थान नर्सिंग काउंसिल खुद मान्यता प्रदान करता था.

धरने पर बैठने को मजबूर नर्सिंग छात्र

दूसरी तरफ विधानसभा में पारित यूनिवर्सिटी को अलग से सरकार से मान्यता के लिए दबाव डालता है. नर्सिंग काउंसिल की दोहरी नीति के कारण आज बच्चों को नर्सिंग काउंसिल व कॉलेज के खिलाफ धरने पर बैठना पड़ रहा है. अब बच्चो का भविष्य सरकार के हाथ है, अब देखना यह है कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए सरकार इन्हें कितना जल्दी रजिस्ट्रेशन देकर इन बच्चों के मुह पर मुस्कान लायेगी.

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