Rajasthan: चुनावी रण में ठाकुर जी संग होली खेल रसिया बने गजेंद्र सिंह शेखावत, जमकर किया फाग गायन

मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने पोकरण में पुष्करणा ब्राह्मण समाज के परम्परागत होली फाग गायन का जबरदस्त लुफ्त उठाया. होली के रसियो ने शेखावत के साथ कई होली के फाग व भजनों का गायन किया.

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होली के फाग गाते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत.

Rajasthan News: केंद्रीय जलशक्ति मंत्री व जोधपुर लोकसभा सीट से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) गुरुवार को दो दिवस दौरे पर सीमावर्ती जिले जैसलमेर (Jaisalmer) पहुंचे. रात 8 बजे जैसलमेर एयरपोर्ट पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. तत्पश्चात शेखावत जैसलमेर के राजपरिवार के निवास मंदिर पैलेस पहुंचे, जहां महाराजा हुकुम सिंह के देहांत के बाद उनके परिजनों से मुलाकात की, व उन्हे ठाठस बंधाया.

देर रात पोकरण पहुंचे शेखावत

तत्पश्चात केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत देर रात जैसलमेर से रवाना होकर अपने संसदीय क्षेत्र के हिस्से 'परमाणु नगरी' पोकरण पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. इसके बाद गजेंद्र सिंह शेखावत ने पोकरण नगर पालिकाध्यक्ष मनीष पुरोहित द्वारा आयोजित होली के विशेष फागोत्सव कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान पोकरण विधायक महंत प्रतापपूरी, जिला प्रमुख प्रताप सिंह, पूर्व विधायक शैतान सिंह राठौड़ भी शेखावत के साथ फाग गायन कार्यक्रम में पहुंचे.

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Photo Credit: NDTV Reporter

शेखावत ने गाए होली के फाग

मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने पोकरण में पुष्करणा ब्राह्मण समाज के परम्परागत होली फाग गायन का जबरदस्त लुफ्त उठाया. होली के रसियो ने शेखावत के साथ कई होली के फाग व भजनों का गायन किया. ठाकुर को रिझाने के लिए गोपियों जिस तरह रास गायन करती हैं तो वही पोकरण विधायक महंत प्रताप पूरी के साथ जमकर नृत्य भी किया. वहीं आमजन ने भी जल शक्ति मंन्त्री के ऊपर जमकर पुष्प वर्षा की तो नोनीहालों ने सेल्फियां भी क्लिक करवाई.

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होली के जश्न में डूबे शेखावत

फाग गायन करने वाले रसियो व पीछे दोहराने वाले टेरियो को बार-बार बुलाने व होली पर अच्छे सगुन के लिए या कहे रसियों का आभार जताने के लिए फागोत्स्व के समापन में एक फाग गाई जाती है. जिसके बोल हैं..गवइयों गायता रहियो रे .....गवइयों आवता रहियो रे. वहीं फागोत्सव के दौरान रम्मत की राग में फाग का फ्यूजन कर गए जाने वाले गीतों का भी शेखावत ने रसियों के साथ खूब आनंद लिया. जिसके बोल हैं -होली खेलन्ने बेगा आवजो होली.....खेलन ने महारा ब्रजराज सावरो बेगा आवजो. ऊंचे स्वर में रम्मत की तरह शेखावत फाग गाते गाते इतना डूब गए की मानों वो स्वयं रसिया हो.

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