Ganesh Chaturthi: मोती डूंगरी मंदिर में सवा लाख मोदकों से सजी झांकी, जयपुर में गूंजे बप्पा मोरया के जयकारे

Rajasthan News: गणेश चतुर्थी से पहले ही जयपुर के प्रसिद्ध मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में आज से शुरू हुए नौ दिवसीय भगवान श्री गणेशजी महाराज के जन्मोत्सव के पहले दिन श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Moti Dungri Mandir, Jaipur

MotiDungri Temple Jaipur: गणेश चतुर्थी से पहले ही जयपुर के प्रसिद्ध मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में भक्ति और आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है. आज से शुरू हुए नौ दिवसीय भगवान श्री गणेशजी महाराज के जन्मोत्सव के पहले दिन श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला.

मंदिर में सवा लाख मोदकों की भव्य झांकी सजाई

मंदिर में सवा लाख मोदकों की भव्य झांकी सजाई गई थी, जिसने भक्तों का मन मोह लिया. इसके साथ ही भगवान गणेश को माणिक्य और पन्ना जड़ित मुकुट पहनाकर विशेष रूप से सजाया गया था. सुबह 5 बजे से ही भगवान गणेश के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गईं और दर्शन शुरू होते ही पूरा मंदिर परिसर 'गणपति बप्पा मोरया' के जयकारों से गूंज उठा.

झांकी में 251 किलो के दो विशाल मोदक

वहीं, मंदिर में सजाई गई सवा लाख मोदकों की झांकी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रही. इस अनूठी झांकी में 251 किलो के दो विशाल मोदक, 51 किलो के 5 मोदक, 21 किलो के 21 मोदक और सवा किलो के 1100 मोदक प्रभु के चरणों में अर्पित किए गए. इतना ही नहीं, हजारों छोटे-छोटे मोदकों से सजाकर प्रथम पूज्य को विशेष भोग लगाया गया.

 14,600 किलो सामग्री का उपयोग हुआ

मोदकों को बनाने में 14,600 किलो सामग्री का उपयोग हुआ. जिसमें 2,500 किलो घी, 3,000 किलो बेसन, 9,000 किलो शक्कर और 100 किलो मेवा सम्मिलित रहे. प्रसाद स्वरूप भक्तों को निशुल्क मोदक वितरित किए गए. मोदक, जो कि भगवान गणेश का प्रियतम भोग माना जाता है.

Advertisement

 26 अगस्त को भगवान गणेश की महंदी की रस्म

इसके अलावा मंदिर के महंत ने बताया कि तय कार्यक्रम के अनुसार 22 से 25 अगस्त तक मंदिर परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जबकि 26 अगस्त को मेहंदी पूजन की रस्म होगी जिसमें परंपरा के अनुसार, पाली के सोजत से मंगवाई गई 3,100 किलोग्राम मेहंदी भगवान गणेश की मूर्ति पर संकेतात्मक रूप से लगाई जाएगी,

 चांदी के सिंहासन गणेश चतुर्थी पर होंगे विराजमान

महंत के मुताबिक गणेश चतुर्थी की पूर्व संध्या पर विशेष श्रृंगार कर भगवान गणेश को चांदी के सिंहासन पर विराजमान किया जाएगा और उन्हें सोने के मुकुट और विशेष रूप से तैयार किए गए नौलखा हार से सजाया जाएगा. समारोह का समापन 28 अगस्त को एक भव्य शोभा यात्रा के साथ होगा। यह शोभायात्रा शाम चार बजे मोती डूंगरी मंदिर से शुरू होगी और एमडी रोड, जौहरी बाजार, त्रिपोलिया बाजार, गणगौरी बाजार और नाहरगढ़ रोड से होते हुए ऐतिहासिक गढ़ गणेश मंदिर पहुंचेगी.

Advertisement

यह भी पढ़ें; Sikar Band 20 August: सीकर में विकास का 'विनाश' प्लान! पूरा शहर बंद, सड़कों पर उतरे किसान और आम लोग