Garlic Price Hike: प्याज के बाद लहसुन ने बिगाड़ा खाने का स्वाद, 100-150 से सीधे 500 रुपये Kg तक पहुंची कीमत

Garlic Price Hike in Rajasthan: राजस्थान में लहसुन के दाम आसमान छूने लगे हैं. लहसुन के दाम बढ़ने से सब्जियों का स्वाद बिगड़ गया है.लोग इसके दाम सुनकर दुकानों से वापस लौट रहे हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Garlic Price Hike in Rajasthan

Garlic Price Hike: राजस्थान में खाद्य पदार्थों की महंगाई के चलते रसोई का बजट बिगड़ गया है.अभी तक खाने की थाली का स्वाद सिर्फ प्याज के कारण बिगड़ता नजर आ रहा था, अब इसमें लहसुन का नाम भी जुड़ गया है. तीन-चार महीने पहले जो लहसुन (Garlic Price Hike) 100 से 150 रुपए किलो बिक रहा था, वो अब 500 रुपए किलो तक पहुंच गया है. बेकाबू होते दामों के चलते लहसुन के रेट ( Price Hike)  में और भी इजाफा होने के आसार नजर आ रहे हैं. जिसके चलते किसान अनाज मंडियों में इसकी बिक्री कम कर रहे हैं.

500 रुपए किलो बिक रहा लहसुन

हालात ये हैं कि अभी दो दिन पहले चित्तौड़गढ़ जिले के निम्बाहेड़ा कृषि उपज मंडी समिति में सीधी खरीद में लहसुन की सबसे ऊंची बोली 91 हजार 101 रुपए प्रति क्विंटल लगी थी.जो अब तक की सबसे महंगी बोली है. लगातार बढ़ रहे दामों के चलते किसानों ने आने वाले दिनों में लहसुन के दामों में और बढ़ोतरी की आशंका जताई है.जिसके चलते उन्होंने मंडी में इसकी बिक्री कम कर दी है.

Advertisement

कीमतों में अभी ओर दिखेगी तेजी

सर्दियों में लहसुन की मांग बढ़ जाती है. पुराने लहसुन की बुवाई के बाद उसके बीज बन जाने से बाजार में पुराने लहसुन की आवक कम होने लगी है.  इस कारण फिलहाल दाम कम नहीं हो रहे हैं.  किसानों ने बताया कि जब तक नया लहसुन बाजार में नहीं आएगा, आम लोगों की रसोई का बजट बिगड़ता रहेगा. पिछले दो साल से लहसुन के दाम ऊंचे बने हुए हैं. इस कारण लहसुन की बुवाई के बाद जब बाजार में भारी आवक हुई, तब भी 200-300 रुपए किलो बिकने वाला लहसुन 20-30 रुपए किलो भी नहीं बिक पाया.

Advertisement

कीमतों में कमी के लिए फरवरी का करें इंतजार

फिलहाल लहसुन के दाम में कमी आने के लिए फरवरी तक का इंतजार करना होगा. माना जा रहा है कि इस महीने जब लहसुन की नई खेप बाजार में आएगी, तभी दाम में कमी आने की संभावना है. प्याज की तरह लहसुन की खेती भी खरीफ और रबी दोनों मौसम में की जाती है. लहसुन खरीफ फसलों की श्रेणी में आता है. इसकी बुवाई जून-जुलाई में होती है और अक्टूबर-नवंबर में इसकी कटाई होती है, जबकि रबी की फसल सितंबर-नवंबर से मार्च-अप्रैल तक होती है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: राजस्थान: एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की बड़ी कामयाबी, कोटा से लापता नाबालिग लड़की 5 महीने बाद बारां में मिली

Topics mentioned in this article