कोटा में छात्रा ने की आत्महत्या, डिप्रेशन में थी छात्रा, कर रही थी जेईई परीक्षा की तैयारी

Students Of Kota commit Suicide: चचेरे भाई के मुताबिक मृतका इंजीनियरिंग की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी और परीक्षा को लेकर अक्सर तनाव में रहती थी. हर रोज करीब 7-8 घंटे घर पर स्टडी करने के बाद भी मृतका परीक्षा को लेकर अवसाद में रहने लगी थी. 

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प्रतीकात्मक तस्वीर

Suicide Horror In Kota: कोटा में कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. साल 2024 में किसी छात्रा के सुसाइड का यह दूसरा मामला है. जिले बोरखेड़ा क्षेत्र में रहने वाली मृत छात्रा की पहचान निहारिका सिंह के रुप में हुई है, जो कोचिंग शहर में रहकर जेईई परीक्षा की तैयारी कर रही थी.

चचेरे भाई के मुताबिक मृतका इंजीनियरिंग की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी और परीक्षा को लेकर अक्सर तनाव में रहती थी. हर रोज करीब 7-8 घंटे घर पर स्टडी करने के बाद भी मृतका परीक्षा को लेकर अवसाद में रहने लगी थी. 

रिपोर्ट के मुताबिक सुसाइड करने वाली छात्रा काफी दिनों से डिप्रेशन में चल रही थी. मृतका ने घर पर ही फांसी के फंदे पर झूल गई. मौके पर पहुंची पुलिस को मामले की सूचना तत्काल परिजनों को दी. छात्रा को लेकर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.छात्रा का शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.

मृतका का चचेरा भाई

कोटा में लगातार कोचिंग स्टूडेंट के हो रहे सुसाइड मामलों में बढ़ोतरी के बाद केंद्र सरकार की ओर से भी कुछ दिन पूर्व एक गाइडलाइन जारी की गई है, जिसके तहत कोचिंग स्टूडेंट्स को अवसाद मुक्त रखने के लिए कोचिंग संस्थानों और जिला प्रशासन को महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं.

कमरे से बरामद हुआ मृतक छात्रा का सुसाइड लेटर

सॉरी मम्मी-पापा..मेरे पास यही अंतिम विकल्प था 

इंजीनियरिंग छात्रा का एक सुसाइड लेटर उसके कमरे से पुलिस ने बरामद किया है. सुसाइ़ड लेटर में छात्रा ने दिल दहलाते हुए शब्दो में लिखा है, मम्मी- पापा मैं जेजेई एग्जाम नहीं पास कर पाऊंगी इसलिए मैं सुसाइड करने जा रही हूं. मैं लूजर हूं, मैं आपकी सबसे खराब बेटी हूं. सॉरी मम्मी-पापा..मेरे पास यही अंतिम विकल्प था.

इंजीनियरिंग की प्रतियोगी परीक्षा की कर रही थी तैयारी

मृतक छात्रा निहारिका सिंह अपने पिता के साथ बोरखेड़ा क्षेत्र में रहती थी. मृतका के पिता बैंक में गनमैन की नौकरी करते हैं. मृतका के चचेरे भाई विक्रम सिंह ने बताया कि निहारिका 12वीं कक्षा भी दोबारा से रिपीट कर रही थी.वहीं, उसका इंजीनियरिंग की प्रतियोगी परीक्षा के पेपर का टाइम टेबल भी आ गया था. 

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