कोटा में अपहरणकर्ताओं के चंगुल से गुजरात के व्यवसायी बचाए गए, रिवॉल्वर के साथ दो लोग गिरफ्तार

एसपी के अनुसार, दोनों व्यवसायियों को अमरावती के पास एक फार्महाउस ले जाया गया, जहां उन्हें गिरोह की एक महिला सदस्य के साथ जबरन आपत्तिजनक कृत्य करने के लिए मजबूर किया गया. इन कृत्यों का वीडियो रिकॉर्ड किया गया और फिर व्यवसायियों को सूरत में अपने एक सहयोगी को फोन कर 20 लाख रुपये मंगाने के लिए मजबूर किया गया.

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आरोपियों के पास से हथियार बरामद किये गए हैं.

Rajasthan: गुजरात के दो व्यवसायियों का अपहरण करने और उन्हें बदनाम करने के लिए अपनी गिरोह की एक महिला सदस्य के साथ आपत्तिजनक कृत्यों के लिए मजबूर करने के आरोप में सोमवार को दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि व्यवसायियों को कोटा शहर में भदाना पेट्रोल पंप के पास के इलाके से बंधक बनाकर रखा गया था.

उसने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मोहम्मद जुनेद (30) और निहाल अहमद (26) के रूप में हुई है. वे दोनों महाराष्ट्र के अमरावती के निवासी हैं. कोटा शहर पुलिस अधीक्षक (एसपी) तेजेश्वरी गौतम ने बताया कि गिरफ्तारी के समय उनके पास से दो पिस्तौल और एक कारतूस बरामद किया गया.

दोनों दो साल से महाराष्ट्र में स्थित सूरत की एक कंपनी में काम कर रहे थे

जयेश दत्तानी और पद्दया हिम्मत भाई को महाराष्ट्र में उनके अस्थायी निवास से बंदूक की नोक पर पांच सदस्यों वाले गिरोह ने 18 सितंबर को अपरहरण कर लिया था. एसपी ने बताया कि दोनों दो साल से महाराष्ट्र में स्थित सूरत की एक कंपनी में काम कर रहे थे और मलकापुर में रहते थे. उन्होंने बताया कि 18 सितंबर को अपहरणकर्ता कथित तौर पर सुबह उनके घर में घुस आए, उन्हें पीटा और उनके हाथ-पैर बांधकर उन्हें एक एसयूवी में ले गए.

एसपी के अनुसार, दोनों व्यवसायियों को अमरावती के पास एक फार्महाउस ले जाया गया, जहां उन्हें गिरोह की एक महिला सदस्य के साथ जबरन आपत्तिजनक कृत्य करने के लिए मजबूर किया गया. इन कृत्यों का वीडियो रिकॉर्ड किया गया और फिर व्यवसायियों को सूरत में अपने एक सहयोगी को फोन कर 20 लाख रुपये मंगाने के लिए मजबूर किया गया.

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दिल्ली जाने वाले थे, लेकिन उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया

उन्होंने बताया कि कॉल के बाद फिरौती की रकम वसूलने के लिए अपहरणकर्ताओं में से तीन लोग फार्महाउस से निकल गए, जबकि जुनैद और निहाल ने दोनों व्यवसायियों को बंदूक की नोक पर एक लग्ज़री कार में महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश होते हुए घुमाया और अंत में कोटा पहुंचे. वे सवाईमाधोपुर होते हुए दिल्ली जाने वाले थे, लेकिन उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. जुनेद और निहाल को डीएसटी और रेलवे कॉलोनी स्टेशन की टीम ने एक गुप्त सूचना के आधार पर संयुक्त अभियान में पकड़ लिया.

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