Rajasthan Politics: क‍िरोड़ी की राह पर चले बेनीवाल, राजस्‍थान में लोगों की आवाज बन रहे हनुमान 

Rajasthan Politics:  नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल अब केवल ट्विटर पर ही आम जनता की आवाज नहीं उठा रहे हैं, बल्कि वे सड़कों पर भी उतरकर लोगों के साथ खड़े नजर आते हैं. वे प्रदेश की जनता के मुद्दों पर सक्रिय रूप से समर्थन करते दिख रहे हैं.

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कैबिन मंत्री किरोड़ी लाल मीणा और आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल. (फाइल फोटो)

Rajasthan Politics: आरएलपी नेता और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल अब किरोड़ी लाल मीणा की राह पर चलते नजर आ रहे हैं. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि अब वे भी बीजेपी नेता और कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की तरह लोगों के बीच पहुंचकर सीधे संवाद कर रहे हैं. वे आम लोगों की आवाज बनते हुए हर आंदोलन और मुद्दों में शामिल होते हैं. 

सीएम आवास घेरने की दी थी चेतावनी 

जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल परिसर स्थित पीजी हॉस्टल में रेजिडेंट डॉ. राकेश बिश्नोई की आत्महत्या के मामले में जब लोग सात दिन तक जयपुर के एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे थे, तब हनुमान बेनीवाल भी धरना स्थल पर पहुंचे और उनके साथ धरने पर बैठ गए. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो वे मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे.

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"सड़क से सदन तक लड़ाई के लिए तैयार मिलूंगा"

इसके बाद सरकार ने डॉ. राकेश बिश्नोई के परिजनों की मांगें मान लीं, जिससे धरना समाप्त हो गया. हनुमान बेनीवाल ने कहा, “भाइयों, राजस्थान में जब भी किसी जाति को न्याय की जरूरत होगी, तो सबसे पहले मैं सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ने को तैयार मिलूंगा.” उन्होंने कहा कि डॉ. राकेश बिश्नोई की मौत के मामले में हमने सरकार को झुकने पर मजबूर किया और जल्द ही एसआई भर्ती के मुद्दे पर भी सरकार को घुटनों पर लाएंगे.

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एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग 

उन्होंने आरएएस मुख्य परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे अभ्यर्थियों का समर्थन किया. RPSC के पुनर्गठन और एसआई भर्ती को रद्द करने की मांग को लेकर वे जयपुर के शहीद स्मारक धरनास्थल पर भी पहुंचे. 25 मई को उन्होंने एसआई भर्ती परीक्षा रद्द कराने के लिए 'युवा आक्रोश रैली' निकाली, जिसमें बड़ी संख्या में युवा शामिल हुए.

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किरोड़ी लाल लोगों की बनते हैं आवाज 

डॉ. किरोड़ी लाल मीणा भी आम जनता की समस्याएं सुनने के लिए जमीन पर उतरते हैं. चाहे वह एसआई भर्ती परीक्षा रद्द कराने का मुद्दा हो या फिर आरएपीएस मुख्य परीक्षा को स्थगित कराने की बात हो, वे हर बार लोगों के बीच पहुंचे हैं. देवली-उनियारा के समरवता में हुई हिंसा के बाद जब ग्रामीणों ने पुलिस पर अत्याचार का आरोप लगाया, तब भी किरोड़ी लाल मीणा मौके पर पहुंचे और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया. 

महिला के हाथ पर किरोड़ी ने लिख दिया था नंबर 

अप्रैल में 'मंत्री आपके द्वार' कार्यक्रम के तहत डॉ. किरोड़ी लाल मीणा सवाई माधोपुर की ग्राम पंचायत भाड़ौती में जनसुनवाई कर रहे थे. इस दौरान गाड़िया लोहार समाज की महिलाओं ने काम न होने की शिकायत की और दोबारा संपर्क के लिए मंत्री से मोबाइल नंबर मांगा. इस पर डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने महिला की हथेली पर ही अपना मोबाइल नंबर लिख दिया. दरअसल, महिलाओं ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर की मांग की थी.

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