हनुमान बेनीवाल ने उठाया हवाई जहाज के किराए का मुद्दा, कहा- लोगों का हवाई यात्रा का सपना कैसे होगा पूरा

हनुमान बेनीवाल ने जोधपुर, बीकानेर, किशनगढ़ तथा उदयपुर हवाई अड्डे से दिल्ली सहित अन्य स्थानों के लिए घरेलू उड़ानों की संख्या बढ़ाने की मांग की.

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Hanuman Beniwal: नागौर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष व नागौर से लोक सभा सांसद हनुमान बेनीवाल ने गुरुवार को दिल्ली लोक सभा में भारतीय वायुयान विधेयक -2024 पर हुई चर्चा में भाग लेकर कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. सांसद ने कहा की इस बिल के अनुसार यह एक्ट विमानों से संबंधित कई गतिविधियों को रेगुलेट करता है जैसे मैन्यूफैक्चरिंग, स्वामित्व, उपयोग, संचालन और व्यापार तथा इस बिल के माध्यम से सरकार 90 साल पुराने एयरक्राफ्ट एक्ट बिल-1934 को बदलने की तैयारी कर रही है, जो अंतराष्ट्रीय समझौते का हिस्सा भी है. बेनीवाल ने सदन में राजस्थान की घरेलू उड़ान और हवाई जहाज के किराये का मुद्दा उठाया.

दिल्ली के लिए फ्लाइट की मांग

हनुमान बेनीवाल ने जोधपुर, बीकानेर, किशनगढ़ तथा उदयपुर हवाई अड्डे से दिल्ली सहित अन्य स्थानों के लिए घरेलू उड़ानों की संख्या बढ़ाने की मांग की. किशनगढ़ और बीकानेर से तो कभी कभार ही हवाई सेवा का लाभ मिल पाता है. वहीं उन्होंने हवाई पट्टियों को दुरस्त करने की भी मांग उठाई.

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हवाई यात्रा का सपना पूरा करने के लिए नियंत्रित करें किराया

हनुमान बेनीवाल ने कहा की एयरलाइंस जिन रूटों पर सबसे ज्यादा फ्लाइट्स का ऑपरेशन कर रही है. वहां हवाई टिकट के दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी देखने को मिली है. उन्होंने यात्रियों की अनुमानित संख्या के आंकड़ों को सदन में पढ़ते हुए कहा की  न्यूनतम और अधिकतम हवाई किराये में बहुत ज्यादा फर्क है. ऐसे में यात्रियों को इस कारण बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और विशेषकर छुट्टियों और त्यौहार के समय एयरलाइंस कम्पनिया मनमर्जी से किराया बढ़ा देती है. जिस पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है ताकि गरीब लोग भी सस्ती दरों में हवाई यात्रा करने का सपना पूरा कर सके.

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अंग्रेजी कानून बदल रहे तो अंग्रेजी व्यवस्था भी बदलें

सांसद बेनीवाल ने विधेयक पर बोलते हुए कहा की 90 सालों की अवधि में अनेक संशोधनों के चलते स्टेक होल्डर्स के लिए पैदा हुए भ्रमों और अस्पष्टताओं को दूर करने, जरूरत से ज्यादा हो गई चीजों को हटाने के लिए यह बिल लाया गया. ऐसा सरकार का  कहना है एविएशयन सेक्टर मे विशेषकर जिस तरह निजी कम्पनियों का दखल बढ़ाया गया और हवाई अड्डों का निजीकरण किया गया है. उससे लगता है की सरकार अंग्रेजों के समय से प्रभावी कानून में बदलाव तो कर रहे है. लेकिन अंग्रेजो की व्यवस्था में बदलाव नहीं करना चाहती. सांसद ने कहा की वायुयान की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण चिंता है, तकनीकी खराबियां, मेंटेनेंस में कमी, और पायलट की त्रुटियां गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन सकती हैं. इस पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है.

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हनुमान बेनीवाल ने दी यह सलाह

उन्होंने कहा की वायुयान निर्माण और रखरखाव की लागत बहुत अधिक होती है. इसके अलावा, ईंधन की कीमतों में वृद्धि और आर्थिक मंदी के दौरान यात्री संख्या में कमी भी वित्तीय संकट पैदा कर सकती है. और वायुयान के संचालन से कार्बन उत्सर्जन होता है, जो जलवायु परिवर्तन में योगदान देता है. इसके अलावा, हवाई अड्डों के पास रहने वाले लोगों के लिए ध्वनि प्रदूषण भी एक समस्या है. इस पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है. सांसद ने कहा की हमारे देश में पायलट, तकनीशियन, और ग्राउंड स्टाफ की कमी एक बड़ी समस्या है,उचित प्रशिक्षण और कुशल मानव संसाधन की इस सेक्टर में जरूरत है. जिस पर नागरिक उड़यन मंत्रालय को ध्यान देने की जरुरत है, और इन परेशानियों के समाधान के लिए निरंतर प्रयास और नवाचार की आवश्यकता है. ताकि वायुयान उद्योग सुरक्षित, आर्थिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से टिकाऊ बन सके.

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