Hanuman Jayanti Kab Hai: दुनिया चले ना श्रीराम के बिना राम जी चले ना हनुमान के बिना...हनुमान जयंती ( Hanuman Jayanti) हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाई जाती है. कहा जाता है कि कलयुग में आज भी हनुमान जी जीवित हैं. और वो भक्तों की पुकार पर पल भर में दौड़े चले आते हैं. हनुमान जयंती के दिन व्रत रखने और विधि-विधान से पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और ग्रह-नक्षत्रों के शुभ फल भी प्राप्त होते हैं. कोई संकट दूर करना हो या फिर भूत-प्रेत और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति पानी हो, संकटमोचन हनुमानजी भक्तों की हर परेशानी दूर करते हैं. आइए जानते हैं साल 2025 में कब मनाई जाएगी हनुमान जयंती और इस दिन किन कामों को करने से हमेशा बचना चहिए जो इस प्रकार है:
हनुमान जयंती कब है
माता अंजनी और वानर राज केसरी के पुत्र के रूप में जन्मे पवनपुत्र की जयंती पंचांग के अनुसार, 12 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी. चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 12 अप्रैल को सुबह 3:21 बजे शुरू होगी और 13 अप्रैल को शाम 5:21 बजे समाप्त होगी. हनुमान जयंती रामनवमी के ठीक छह दिन बाद मनाई जाती . इस साल रामनवमी 6 अप्रैल 2025 को मनाई गई.
हनुमान जयंती के दिन क्या न करें?
जहां एक ओर हनुमान जन्मोत्सव के दिन कई धार्मिक कार्य करना शुभ माना जाता है, वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे कार्य भी हैं जिन्हें करने से बचना चाहिए. आइए जानते हैं हनुमान जयंती के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए.
- हनुमान जयंती के दिन काले या सफेद कपड़े पहनने से बचें. पवनपुत्र का पसंदीदा रंग लाल या केसरिया माना जाता है. ऐसे में इस दिन लाल या नारंगी कपड़े पहनने से हनुमान जी बहुत प्रसन्न होते हैं.
- महिलाओं को बजरंगबली की पूजा करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि पवनपुत्र ब्रह्मचारी हैं. उनकी मूर्ति को स्पर्श न करें.
- हनुमान जी की पूजा करते समय उन्हें पंचामृत का भोग बिलकुल नहीं लगाना चाहिए .
- हनुमान जयंती के दिन मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए और न ही किसी के प्रति अपशब्दों का प्रयोग करना चाहिए.
- इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए सात्विक भोजन ग्रहण करें.
- इस दिन बंदरों को परेशान ना करें, अगर आपके घर में बंदर आएं तो उन्हें मारे या भगाएं नहीं.
इन सभी निर्देशों का पालन करें और हनुमानजी की पूजा करें. पवनपुत्र हनुमान की कृपा आप पर सदैव बनी रहेगी.